23 May 2024
तस्वीरों या वीडियोज में अक्सर पीएम के साथ चलने वाले कमांडो दिखाई देते हैं. कई लोगों में यह जानने की उतसुक्ता रहती है पीएम के बॉडीगार्ड जो कि कमांडो होते हैं वो कैसे बनते हैं और उनकी सैलरी कितनी होती होगी.
आइए आपको बताते हैं कि पीएम का कमांडो बनने के लिए क्या करना होता है.
सबसे पहले यह जान लीजिए कि भारत के पीएम की सुरक्षा स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप (SPG) के हाथो में होती है.
विशेष सुरक्षा समूह (SPG) की स्थापना 1985 में प्रधानमंत्री, पूर्व प्रधानमंत्रियों और उनके परिवारों को सुरक्षा देने के लिए की गई थी.
एसपीजी अपने अधिकारियों की कड़ी ट्रेनिंग, अनुशासन और सुरक्षा में लगातार अपग्रेड करने के लिए जानी जाती है. यही वजह है कि एसपीजी को दुनिया की सबसे भरोसेमंद सुरक्षा एजेंसियों में गिना जाता है.
एसपीजी (Special Protection Group) कमांडो बनने की प्रक्रिया बहुत कठिन होती है.
एसपीजी कमांडो बनने के लिए आपका CRPF, CISF, BSF, ITBP से होना आनिवार्य है.
दरअसल, एसपीजी डायरेक्ट भर्ती नहीं करती. एसपीजी में आने वाला जवान पहले से ही स्पेशल फोर्स का हिस्सा होता है, जिनके पास काफी अनुभव होता है.
भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस), केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ), सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) से चयनित जवानों को SPG में शामिल किया जाता है.
इसके बाद भी उन्हें वर्ल्ड क्लास ट्रेनिंग दी जाती है. दौड़ना, तैरना, मार्शल आर्ट्स, हथियार चलाना, मेंटली प्रिपेर रहना, चौकसी, आतंकवादियों से लड़ना, अंधेरे में लड़ना आदि SPG कमांडो की टफ ट्रेनिंग का हिस्सा होते हैं.
एसपीजी के जवान हर साल ग्रुप में बदलते हैं. कोई भी जवान एक साल से अधिक समय तक सेवा नहीं दे सकता है. SPG कमांडो का कार्यकाल पूरा होने के बाद उन्हें वापस भेज दिया जाता है.
इसके बाद फिर से गृह मंत्रालय द्वारा इन संगठनों को एक वैकेंसी लिस्ट भेजी जाती है.
SPG कमांडो की सैलरी उनके रैंक और अनुभव के आधार पर 84000 से 240000 रुपये लगभग (मासिक) तक होती है.
इसमें विशेष भत्ता, जोखिम भत्ता, और अन्य लाभ भी शामिल होते हैं. ऑपरेशन ड्यूटी पर तैनात एसपीजी कमांडो को सालाना 27800 रुपये और नॉन ऑपरेशन ड्यूटी वाले कमांडो को सालाना 21225 रुपये का ड्रेस भत्ता अलग से मिलता है
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