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किसी को भी झूठ सुनना पसंद नहीं होता है. हालांकि, कई बार जब सामने वाला व्यक्ति बात कर रहा होता है तो हम ये पता नहीं कर पाते कि सामने वाला झूठ बोल रहा है या सच.
कई बार मन में ख्याल आता है कि कोई ऐसा तरीका हो जिससे ये पता चल सके की सामने वाला झूठ बोल रहा है या सच.
आज हम आपको चार ऐसी साइकोलॉजिक्ल ट्रिक्स बता रहे हैं जिससे आप ये पता लगा सकते हैं कि सामने वाला सच बोल रहा है या झूठ.
अगर कोई व्यक्ति आपसे कोई बात कह रहा है और उस बीच आप उससे कोई सवाल करें तो वो असहज हो जाता है.
असहजता का पता आप व्यक्ति के रिएक्शन से लगा सकते हैं. कुछ लोग झूठ बोलते वक्त अपने हाथों को मसलने लगते हैं तो कई लोग अपने नाखूनों की ओर देखने लगते हैं या कई अपने पैर हिलाने लगते हैं.
अगर कोई व्यक्ति आपसे बात करते वक्त बार-बार अपनी आंख या मुंह को कवर कर रहा है तो मुमकिन है कि वो झूठ बोल रहा है.
एक्सपर्ट्स की मानें तो झूठ बोलने वाला व्यक्ति अपने रिएक्शन छिपाने की कोशिश करता है इसलिए वो बार-बार अपनी आंख और मुंह को कवर करता है.
एक्सपर्ट्स का मानना है कि जो व्यक्ति झूठ बोल रहा होगा, उसके बोलने के तरीके में आपको बदलाव देखने को मिलेगा.
अगर आपके जान-पहचान का कोई व्यक्ति झूठ बोल रहा है. इस चीज़ को नोटिस करें कि वो आम बोलचाल के वक्त जैसा है क्या वैसे ही बात कर रहा है या उससे अलग बात कर रहा है.
अगर कोई व्यक्ति आपसे बात करते वक्त इधर-उधर देख रहा है तो इसका मतलब है कि वो आपसे झूठ बोल रहा है.
एक स्टडी में पाया गया कि झूठ बोलते वक्त व्यक्ति अपनी नजरों को दाएं-बाएं करता रहता है.