जिंदगी हर किसी के लिए एक जैसी नहीं चलती, इसके कई फेज भी होते हैं. जिदंगी में अगर आसानियां होती हैं तो परेशानियां भी जरूर आती हैं, लेकिन ये भी हमेशा रहने वाली नहीं होती.
जिंदगी में बदलाव को खुशी से स्वीकार करना चाहिए. हालात के साथ ढलना मानसिक तौर पर मजबूत लोगों की पहचान है. आइये जानते हैं मेंटली स्ट्रॉन्ग लोगों की क्या खासियत होती है.
मानसिक तौर पर मजबूत लोग तर्क और भावनाओं के बीच बैलेंस करना जानते हैं. इन्हें इस बात की पहचान होती है कि भावनाएं विचारों पर कितना असर डाल सकती हैं.
ऐसे लोग डर का सामना करना जानते हैं, न कि डर से पीछे हटते हैं. मेंटली स्ट्रॉन्ग लोग डर का डटकर सामना करते हैं और इनमें हर परिस्थिति से सामना करके आगे बढ़ने का आत्मविश्वास होता है.
मानसिक तौर पर मजबूत लोग खुद को स्वीकार करते हैं. ये जैसे हैं वैसे ही रहना चाहते हैं और खुद को स्वीकार करते हैं. अगर आप अपनी खामियों को जानते हैं तो असुरक्षाओं में खुद को नहीं डुबोते.
ये लोग लचीले स्वाभाव के होते हैं यानी परिस्थिति के अनुसार ढलना जानते हैं. लचीला होने के कारण असफलता से नहीं घबराते. पहचानते हैं कि क्या गलत किया है, उस पर ध्यान केंद्रित करते हैं.
दूसरों को दोष देने के बजाय, मानसिक रूप से मजबूत लोग अपने स्वयं के व्यवहार, विकल्पों और कार्यों के लिए अपने आपको ही जिम्मेदार मानते हैं.
कठिन परिस्थितियों के बारे में शिकायत करना और दोष देना आसान होता है, मानसिक लचीलापन वाला व्यक्ति बहाने नहीं बनाता और आशावादी होना पसंद करता है.