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आजकल हर व्यक्ति के पास मोबाइल फोन जरूर होता है. ज्यादातर लोग मोबाइल के आदी हो चुके हैं.
कई लोग बस काम के लिए मोबाइल इस्तेमाल करते हैं, तो कई लोग बार-बार आदतन ही बिना काम के फोन को चेक करते रहते हैं.
आपको लग सकता है कि जो लोग जरूरत से ज्यादा मोबाइल इस्तेमाल करते हैं, उन्हें मोबाइल की लत है.
हालांकि, साइकोलॉजिस्ट की मानें तो जो लोग हर थोड़ी-थोड़ी देर में अपना फोन चेक करतं हैं, वो किसी न किसी तरह की मानसिक समस्या से गुजर रहे होते हैं.
डर्बी विश्वविद्यालय और नॉटिंघम ट्रेंट विश्वविद्यालय के मनोवैज्ञानिकों की एक टीम के एक अध्ययन के अनुसार, जो लोग अपने स्मार्टफोन का अधिक उपयोग करते हैं, उनके मानसिक बीमारी से जूझने की संभावना अधिक होती है.
मनोवैज्ञानिकों के मुताबिक, ऐसे लोग अपने फोन को थेरेपी के रूप में इस्तेमाल करते हैं.
इसी के साथ, स्टडी में पाया गया कि जो लोग कम कर्तव्यनिष्ठ हैं, उन्हें स्मार्टफ़ोन का उपयोग करने की लत लगने की ज्यादा संभावना होती है.
इसी स्टडी में पाया गया कि जैसे-जैसे किसी व्यक्ति की एंग्जाइटी का स्तर बढ़ता है, वो उतना ही ज्यादा अपने फोन का इस्तेमाल करने लगता है.