राजस्थान के बाड़मेर जिले के एक छोटे से गांव के रहने वाले राहुल गवारिया ने ये साबित कर दिया कि मन में कुछ पाने की लगन हो, तो जीवन में कुछ भी असंभव नहीं है.
राहुल ने पहले ही प्रयास में एसएससी की 5 स्तरीय परीक्षा पास कर ली थी और अब वो CRPF में सब-इंस्पेक्टर की पोस्ट पर तैनात हैं. लेकिन इस लक्ष्य को हासिल करना उनके लिए इतना आसान नहीं था.
राहुल की मां अनपढ़ हैं और पिता आठवी पास दोनों गांव में चूड़ियां बेचने का काम करते हैं. समाज के तानों के बावजूद माता-पिता ने उन्हें पढ़ाया. पूरे जोधपुर संभाग में राहुल एकमात्र ऐसे शख्स हैं, जो CRPF में सब-इंस्पेक्टर बनें.
अपनी सफलता पर राहुल का कहना हैं कि "हमारे समाज में बेटे और बेटियां किसी को नहीं पढ़ाते. लेकिन मेरे मां-बाप ने चूड़िया बेचकर और मजदूरी कर मुझे पढ़ाया. समाज के लोग उन्हें ताने देते थे फिर भी उन्होंने मुझे पढ़ाया."
"जब रिजल्ट आया तो बहुत खुशी हुई रिजल्ट देखकर मां-पापा भी बहुत खुश हैं." राहुल की मां कमलादेवी का कहना है, "बेटे की पढ़ाई को लेकर हमने समाज के ताने सुने लेकिन अब जब बेटा अफसर बन गया है तो हमे बेहद खुशी है."
राहुल ने अपने कठिन संघर्ष से ये मुकाम हासिल किया है और युवाओं को सीख दी है कि कड़ी मेहनत और लगन से सफलता जरूर मिलती है.