27 Sep 2024
इजरायल और लेबनान की जंग में खतरनाक खुफिया एजेंसियों की काफी बात हो रही है, जिसमें भारत की RAW भी शामिल है.
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ये तो आप जानते हैं कि रॉ के खुफिया एजेंट्स को खास तरह की ट्रेनिंग दी जाती है. इसमें सेल्फ डिफेंस की ट्रेनिंग भी है.
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कई रिपोर्ट्स में ये सामने आया है कि रॉ के एजेंट्स को क्रावमगा की ट्रेनिंग भी दी जाती है, जिससे उनकी सेल्फ डिफेंस की स्किल बढ़ जाती है.
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क्या है क्रावमगा? क्रावमगा एक तरह की मार्शल आर्ट है और ये इजरायल की खास ट्रेनिंग होती है. इससे वे कॉन्टेक्ट कॉम्बैट में दुश्मन का आसानी से सामना कर सकते हैं.
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यानी अगर मान लीजिए कभी किसी एजेंट से बिना किसी हथियार के लड़ाई हो जाती है तो उन्हें इस क्रावमगा ट्रेनिंग से काफी मदद मिलती है.
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इजरायल की डिफेंस फोर्स में भी इसे सिखाया जाता है. इसे कॉन्टैक्ट कॉम्बैट को ही हिब्रू भाषा में क्रावमगा कहा जाता है.
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क्रावमगा के साथ ही रॉ के एजेंट को जासूसी से जुड़ी हुई भी कई ट्रेनिंग दी जाती है. सिखाया जाता है कि कभी पकड़े जाएं तो कैसे बचकर आना है.
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