26 जनवरी से ही क्यों लागू हुआ भारतीय संविधान? जानकर होगा गर्व

24 Jan 2025

26 जनवरी 1950 को भारत का संविधान लागू हुआ, जिसने भारत को एक गणराज्य (Republic) बना दिया. ब्रिटिश शासन की जगह भारत का अपना संविधान लागू हुआ.

भारत में जनता द्वारा चुनी गई सरकार और कानून लागू होने का अधिकार मिला. डॉ. भीमराव अंबेडकर की अध्यक्षता में तैयार किए गए संविधान ने लोकतंत्र, समानता और स्वतंत्रता के मूल सिद्धांत स्थापित किए.

भारत हर साल 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस के रूप में मनाता है, जो हमारे देश के लिए एक ऐतिहासिक और गर्व का दिन है.

यह वह दिन है जब 1950 में भारत का संविधान लागू हुआ और भारत एक गणराज्य (Republic) बन गया. लेकिन सवाल उठता है कि 26 जनवरी की तारीख ही क्यों चुनी गई?

भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने 1929 में लाहौर अधिवेशन में यह घोषणा की थी कि भारत अर्ध-स्वतंत्रता नहीं बल्कि पूर्ण स्वतंत्रता की मांग करेगा.

26 जनवरी 1930 को पूर्ण स्वराज दिवस के रूप में मनाने का निर्णय लिया गया था.

26 जनवरी 1930 को पूरे देश में भारतीयों ने स्वतंत्रता के प्रतीक के रूप में तिरंगा फहराया. हालांकि ब्रिटिश शासन इसके खिलाफ था.

क्रांतिकारियों और स्वतंत्रता सेनानियों के प्रयासों के बाद भारत का संविधान 26 नवंबर, 1949 को संविधान सभा ने अपनाया था.

26 जनवरी, 1950 को भारतीय संविधान लागू हुआ था. संविधान को बनाने में 2 साल, 11 महीने और 18 दिन का समय लगा था.

जब संविधान सभा ने भारत के लिए संविधान तैयार किया और इसे लागू करने की तारीख तय करने का समय आया, तो 26 जनवरी 1950 चुना गया ताकि इस दिन का ऐतिहासिक महत्व भी बरकरार रहे.

यह एक ऐतिहासिक कदम था, जो 1930 के स्वतंत्रता आंदोलन के "पूर्ण स्वराज" के सपने को साकार करता है. इस दिन को चुनकर देश ने 1930 के पूर्ण स्वराज दिवस को भी याद किया.

26 जनवरी 1950 को भारत का संविधान लागू हुआ, जिसने भारत को एक गणराज्य (Republic) बना दिया.