स्कॉच, सिंगल मॉल्ट, ब्लेंडेड... तरह-तरह की व्हिस्की लेकिन फर्क क्या है? जानिए

04 Nov 2024

व्हिस्की की बोतल पर तरह-तरह के नाम लिखे होते हैं जो बताते हैं कि व्हिस्की किस वैरायटी की है.

Credit: Getty Images

अगर आप व्हिस्की की अलग-अलग बोतल को उठाकर देखें तो किसी पर स्कॉच, सिंगल मॉल्ट तो वहीं किसी पर बरबन, ब्लेंडेड, आइरिश आदि नाम लिखे होते हैं.

Credit: Pixabay

दरअसल, बोतल पर लिखे यह नाम बताते हैं कि व्हिस्की कहां की है और किस तरह बनाई गई है. आइए इस शब्दों के असली मतलब को समझते हैं.

Credit: Pixabay

व्हिस्की के एक से बढ़कर एक प्रकार हैं, जिनको एक बार में याद रखना भी मुश्किल है. हालांकि, इनका वर्गीकरण मुख्य तौर पर दो तरीके से कर सकते हैं. एक बनाने के तरीके के आधार पर और एक उत्पादन क्षेत्र के आधार पर. 

Credit: Getty Images

क्षेत्र के आधार पर व्हिस्की का वर्गीकरण देखें तो इससे जुड़ा सबसे कॉमन और लोकप्रिय प्रकार है स्कॉच (Scotch).

Credit: Getty Images

तैयार करने की एक खास प्रक्रिया के अलावा किसी व्हिस्की का स्कॉच कहलाने के लिए यह जरूरी है कि उसे स्कॉटलैंड में ही बनाया गया हो.

Credit: Getty Images

उसी तरह, आयरलैंड में तैयार व्हिस्की IRISH WHISKEY कहलाती है. क्षेत्र के आधार पर व्हिस्की का एक प्रकार बरबन (Bourbon) है.  

Credit: Getty Images

इससे मिलती जुलती ही एक अन्य टेनिसी (Tennessee) व्हिस्की है. अमेरिका के टेनिसी क्षेत्र में तैयार किए जाने की वजह से इसका यह नाम पड़ा है.

Credit: Getty Images

इसी तरह जापान और कनाडा में बनी व्हिस्की को Japanese whisky और Canadian whisky कहते हैं. 

Credit: Getty Images

व्हिस्की को बनाने के तरीके के आधार पर यह मुख्य तौर पर तीन तरह के हो सकते हैं. पहला ग्रेन व्हिस्की (GRAIN WHISKY) यानी वो शराब जिसे बनाने में मक्का या गेहूं या दोनों का इस्तेमाल किया गया हो.

Credit: Getty Images

सिंगल मॉल्ट व्हिस्की (SINGLE MALT WHISKY) की बात करें तो यह प्रीमियम किस्म है. इसका उत्पादन सिंगल डिस्टिलरी में ही होता है और इसे बनाने में किसी एक ही तरह के अनाज का यूज होता है.

Credit: Pixabay

व्हिस्की का तीसरा प्रकार ब्लेंडड (BLENDED WHISKY) कहलाता है. ब्लेंडेड यानी जिसमें सिंगल मॉल्ट व्हिस्की, ग्रेन व्हिस्की और अन्य प्रकार की की व्हिस्की मिक्स हों.

Credit: Pixabay

स्कॉच व्हिस्की को तैयार करने के लिए उसे ओक (Oak) की लकड़ी से बने पीपों में कम से कम 3 साल तक रखा जाता है.

Credit: Pixabay