23 March 2024
आज ही के दिन, 1931 में भगत सिंह, शिवराम राजगुरु और सुखदेव थापर ने देश की आज़ादी का सपना दिल में बसाकर मुस्कुराते हुए फांसी के फंदे को चूम लिया था.
इन तीनों देशभक्तों को श्रद्धांजलि देने के लिए आज यानी 23 मार्च को शहीद दिवस मनाया जाता है. इस मौके पर हम आपके लिए लाए हैं शहीद भगत सिंह के कुछ अनमोल विचार.
"मैं जीवन में महत्वाकांक्षा, आशा और आकर्षण से भरा हुआ हूं, लेकिन मैं जरूरत के समय सब कुछ त्याग सकता हूं."
"अगर बेहरों को सुनाना है तो आवाज बहुत तेज होनी चाहिए"
"सरफरोशी की तमन्ना अब हमारे दिल में है, देखना है जोर कितना बाजु-ए-कातिल में है."
"जो भी व्यक्ति विकास के लिए खड़ा है, उसे हर एक रुढ़िवादी चीज की आलोचना करनी होगी, उसमें अविश्वास करना होगा, तथा उसे चुनौती देनी होगी."
"वे मुझे मार सकते हैं, लेकिन वे मेरे विचारों को नहीं मार सकते. वे मेरे शरीर को कुचल सकते हैं, लेकिन वे मेरी आत्मा को कुचल नहीं सकते."
"बम और पिस्तौल क्रांति नहीं करते. क्रांति की तलवार विचारों के पत्थर पर तेज होती है."