आपने अक्सर नोटिस किया होगा कि वॉशरूम में बैठकर अधिकतर लोगों के दिमाग में बेस्ट आइडिया आते हैं.
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वॉशरूम में बैठे हुए अक्सर हम तरह-तरह की चीजें सोचने लगते हैं और एक से बढ़कर क्रिएटिव आइडिया दिमाग में आता है, खासकर बिजनेस आइडिया.
लेकिन क्या आपने कभी नोटिस किया है कि आखिर वॉशरूम में बैठे हुए ही दिमाग इतना क्यों चलता है? इस चीज को शॉवर एफेक्ट कहते हैं.
दरअसल, जब आप टॉयलेट जाते हैं या शॉवर लेते हैं तो पूरी दुनिया से अलग होते हैं, इस वक्त आप रिलेक्स मोड में होते हैं. अपने आस-पास आपको कई आवाज नहीं आती.
इस दौरान सिर्फ आप खुदके साथ होते हैं. किसी एक समस्या का समाधान खोजने के लिए लगातार काम करने के बजाय बेहतर है कि आप ब्रेक लें.
वॉशरूम का वातावरण आपके दिमाग को फ्री और रिलेक्स रखता है. आप हर दिशा में अपना दिमाग चलाना शुरू कर देते हैं यहां कोई डिस्ट्रेक्शन नहीं होता.
एक तो शांत होते हैं, ऊपर से कोई भारी काम नहीं कर रहे होते, इसीलिए आप अपना दिमाग चलाना शुरू कर देते हैं और तरह-तरह के विचार अपने दिमाग में लाते हैं.
यही कारण है कि टॉयलेट में बैठे या शॉवर लेते हुए आप कई चीजें सोचते हैं, जिससे आपका दिमाग क्रिएटिविटी की ओर बढ़ता है.