सफल होने के लिए कॉन्फिडेंस का होना बहुत जरूरी है. जब हम किसी से बात करते हैं या किसी के सामने अपने विचार रखते हैं उस वक्त हमारा कॉन्फिडेंट होना बहुत जरूरी है.
Pic Credit: urf7i/instagramजब हम कॉन्फिडेंस से अपनी बात रखते हैं, तभी ही सामने वाला व्यक्ति उस बात पर ध्यान देता है और उसे सुनता है.
Pic Credit: urf7i/instagramकोई भी व्यक्ति जानकर ऐसी बातें नहीं कहता जिससे उसमें कॉन्फिडेंस की कमी नजर आए, लेकिन कई बार जाने-अनजाने में आप ऐसे वाक्यों का चुनाव कर लेते हैं जो आपमें कॉन्फिडेंस की कमी को दिखाते हैं.
Pic Credit: urf7i/instagramआज हम आपको ऐसे ही कुछ वाक्य बता रहे हैं जिनके इस्तेमाल से सामने वाले व्यक्ति को ये लग सकता है कि आपमें कॉन्फिडेंस की कमी है.
Pic Credit: urf7i/instagramजब आप ऐसा कहते हैं तो इससे ये लगता है कि आप सामने वाले व्यक्ति को अपने निर्णय लेने का हक दे रहे हैं.
Pic Credit: urf7i/instagramये पूछने से बेहतर है आप सामने वाले व्यक्ति को ये बताएं कि आप क्या करना चाहते हैं. जब एक बार आप अपना सुझाव या विचार बता दें, उसके बाद आप सामने वाले से भी ये पूछ सकते हैं कि उनका क्या करने का मन है. इसके बाद आप अपने मनचाहे निर्णय पर पहुंच सकते हैं.
Pic Credit: urf7i/instagramकिसी काम को बिना ट्राई करे आपको कभी ये नहीं कहना चाहिए कि ये काम तो आप कर ही नहीं सकते. आपके इस वाक्य से आपके अंदर कॉन्फिडेंस की कमी झलकती है.
Pic Credit: urf7i/instagramजब आप इस वाक्य का इस्तेमाल करते हैं तो ऐसा लगता है कि आप अपने विचारों के लिए दूसरों से अच्छे या बुरे सर्टिफेकट की उम्मीद कर रहे हैं. हालांकि, आपको ऐसा करने की जरूरत नहीं है.
Pic Credit: urf7i/instagramजब आपकी गलती हो और आप सॉरी बोलें तो उसे अच्छा माना जाता है, लेकिन कुछ लोग होते हैं जो बिना अपनी गलती के ही दूसरों से माफी मांग लेते हैं. ऐसे लोगों में सेल्फ-कॉन्फिडेंस की कमी साफ झलकती है.
Pic Credit: urf7i/instagramकई बार जाने-अनजाने में हम सवाल पूछने से पहले कहते हैं कि 'हो सकता है कि ये बेवकूफी भरा सवाल हो...'
Pic Credit: urf7i/instagramजब हम ऐसा कहते हैं तो इससे हम ये दर्शाते हैं कि हम जो पूछ रहे हैं, उसपर हमें खुद ही कॉन्फिडेंस नहीं है. इसलिए आपको ऐसा करने से बचना चाहिए.