पिता को खोने के 8 साल बाद बेटी ने IAS बन लौटाई मां की मुस्‍कान

By: Aajtak Education

06 जुलाई 2023

UPSC सिविल सेवा परीक्षा देश की कठिन और प्रतिष्ठित परीक्षा मानी जाती है. लाखों युवा सालों साल इस परीक्षा की तैयारी करते हैं जिनमें से कुछ का ही सपना पूरा होता है. उन्हीं में से एक हैं गरिमा लोहिया.

2022 की यूपीएससी स‍िविल सर्विस परीक्षा में गरिमा लोहिया सेकेंड टॉपर बनी हैं. aajtak से बातचीत में गरिमा ने बताया कि कैसे उन्‍होंने सही दिशा में तैयारी कर ये मुकाम पाया है.

गरिमा लोहिया बक्‍सर, बिहार से हैं. यहीं के वुड स्‍टॉक स्‍कूल से पढ़ाई की है. गरिमा के पिता नारायण प्रसाद लोहिया का निधन 8 साल पहले ही हुआ था. 

गरिमा ने कोरोना लॉकडाउन के दौरान UPSC की तैयारी का फैसला किया. अपने पहले प्रयास में उन्‍हें कामयाबी नहीं मिली मगर दूसरे अटेम्‍प्‍ट में उन्‍होंने पूरे देश में दूसरा स्‍थान हासिल किया है.

लॉकडाउन में शुरू की तैयारी

गरिमा ने बिना कोचिंग घर पर रहकर पढ़ाई की थी. उनका कहना है कि यह जरूरी नहीं कि तैयारी के लिए किसी बड़े शहर या महंगी कोचिंग ली जाए. जहां सुविधाजनक लगे, वहां बैठकर पढ़ाई करें.

बिना कोचिंग की पढ़ाई

उन्होंने कहा, 'मैंने घर पर रहकर पढ़ने का फैसला इसलिए किया क्‍योंकि जब भी हम कभी डीमोटिवेटेड फील करते हैं, तब फैमिली का सपोर्ट बहुत काम आता है.' 

गरिमा ने खुद से किताबें पढ़कर और ऑनलाइन स्‍टडी मटीरियल की मदद से कामयाबी हासिल की.

गरिमा कहती हैं, ' मैं बहुत खुश हूं कि मैंने एक छोटे शहर में रहकर बड़ा सपना देखा और आज ये सपना सच भी हुआ है. मैंने किसी टाइमटेबल को फॉलो कर तैयारी नहीं किया...

बताई तैयारी की स्‍ट्रैटजी

किसी दिन 8-9 घंटे तक पढ़ाई की तो कभी 2-3 घंटे ही की. जरूरी ये है कि आप खुद अपने लिया स्‍ट्रैटजी बनाएं और हर दिन कुछ न कुछ पढ़ें. कामयाबी के लिए कंसिस्‍टेंसी जरूरी है.' (फोटो सोर्स- इंस्टाग्राम)