सतना की प्रिया पाठक ने मध्य प्रदेश की राज्य सिविल सेवा परीक्षा 2019 में टॉप करके एक बार फिर परिवार का मान बढ़ा दिया है.
उनका चयन मध्य प्रदेश राज्य प्रशासनिक सेवा उप जिलाध्यक्ष (डिप्टी कलेक्टर) पद पर हुआ है. इससे पहले वे एमपी स्टेट सिविल सर्विसेज एग्जाम क्रैक करके DSP बनी थीं.
इस बार डिप्टी कलेक्टर बनने पर उन्होंने कहा, 'मैंने सोचा भी नहीं था टॉप करूंगी. पिछली परीक्षा में तक पहुंची थी तो उम्मीद थी कि निकाल लूंगी, 24 रैंक तक सोचा था.'
प्रिया पाठक की प्राइमरी स्कूलिंग सरस्वती विद्या मंदिर से हुई है, 6वीं से 12वीं तक नवोदय विद्यालय से पढ़ाई की.
उन्होंने बीएससी बायोटेक्नोलॉजी में ग्रेजुएशन और देवी अहिल्या बाई विश्वविद्यालय से पॉलिटिकल साइंस से मास्टर्स किया है.
एक इंटरव्यू में प्रिया ने बताया कि मुझे 12वीं क्लास तक पता नहीं था कि सिविल सेवा क्या होती है. मैंने एक बार पापा से सुना था कि आप इसके बारे में भी ट्राई कर सकते हैं, मैं साइंस बैकग्राउंड से थी तो उस समय तक नहीं सोचा था कि सिविल सेवा में जाऊंगी.'
'कॉलेज टाइम में मुझे लगा कि सिविल सेवा में जाना चाहिए. इस फील्ड में लोगों के बेटरमेंट के लिए काम करते हैं. मैं आसपास की चीजें देखकर महसूस करती थी कि ये ठीक नहीं है, इसे ठीक किया जा सकता हे.'
प्रिया पाठक कहती हैं कि उन्होंने ग्रेजुएशन के बाद रीडिंग टाइम बढ़ाया, न्यूज पेपर पढ़ने शुरू किए और हर चीज को जानने-समझने की ओर मन लगने लगा जिसका फायदा हुआ है.
उनका मानना है कि अगर आप बिना कोचिंग और सेल्फ स्टडी करके सिविल सेवा परीक्षा पास करना चाहते हैं तो आपको रोजाना 5-6 घंटे घर पर पढ़ाई करनी चाहिए.
उन्होंने कहा, '8-9 महीने की अच्छी तैयारी से आप एग्जाम क्लियर कर सकते हैं. तैयारी करने वाले छात्र खुद को पहचानें और पढ़ाई करें.'