11 साल की उम्र में हो गई थी शादी, फिर ऐसे पूरा किया डॉक्टर बनने का सपना

1 Dec 2023

राजस्थान के चित्तोडगढ़ जिले के घोसुंदा निवासी रामलाल भोई आज के युवाओं के लिए एक मिसाल हैं. उन्होंने तमाम मुसीबतों के बाद भी अपने डॉक्टर बनने के सपने को पूरा किया था.

रामलाल की सक्सेस स्टोरी 

रामलाल को NEET UG 2023 की परीक्षा में ऑल इंडिया 12901वीं रैंक और 5137वीं कैटेगरी रैंक मिली थी. उन्होंने 632 नंबरों के साथ इस एग्जाम को क्रेक किया था.  

रामलाल के लिए डॉक्टर बनने का सफर इतना आसान नहीं था. उनके माता-पिता ने सिर्फ 11 साल की उम्र में ही उनका बाल विवाह करवा दिया था. लेकिन इसके बावजूद भी उन्होंने अपनी पढ़ाई नहीं छोड़ी थी.

रामलाल के पिता उन्हें 10वीं के आगे नहीं पढ़ाना चाहते थे. यहां तक कि एक बार तो उनके पिता ने उनकी खूब पिटाई भी की थी. लेकिन रामलाल का संकल्प दृढ़ था इसलिए उन्होंने आगे भी पढ़ाई जारी रखी. 

रामलाल के दोस्त के पिता ने उनके माता-पिता को समझाया तब जाकर रामलाल को आगे पढ़ने की इजाजत मिली. इसके बाद उन्होंने जमकर मेहनत की और आखिरकार 5वें प्रयास में उन्होंने NEET की परीक्षा पास कर ली थी. 

रामलाल के परिवार की आर्थिक स्थिति कमजोर थी. उनके माता-पिता खेत में मजदूरी करते थे. लेकिन बेटे की डॉक्टर बनने की जिद के आगे वो भी हार गए. इसलिए 12वीं के बाद उन्होंने रामलाल को NEET की तैयारी के लिए कोटा भेज दिया था. 

रामलाल की पत्नी सिर्फ 10वीं पास है. उन्होंने अपने पति के सपने को पूरा करने के लिए उनका बहुत साथ दिया. NEET 2023 की परीक्षा के 6 माह पहले ही रामलाल एक बेटी के पिता बने थे.

रामलाल ने कोटा के एलएन करियर इंस्टीट्यूट से NEET की तैयारी की थी. उनकी सफलता से उनके माता-पिता को अपने बेटे पर बहुत गर्व है. वो पूरे समाज के लिए एक उदाहरण हैं.