सफलता की राह में पहली सीढ़ी ही है लक्ष्य सेट करना. एक बार जब आप गोल सेट कर लेते हैं फिर उसके लिए काम करना शुरू करते हैं.
हालांकि, कई लोग लक्ष्य तो आसानी से सेट कर लेते हैं, लेकिन जब उनके लिए काम करने की बारी आती है तो अक्सर वो अपने रास्ते से भटक जाते हैं.
आपकी ही कुछ गलतियां आपको आपके गोल्स से दूर करती हैं. आज हम आपको उन गलतियों के बारे में बता रहे हैं.
गोल्स न पूरा होने की एक सबसे बड़ी वजह यही होती है कि हम कई बार अपरिभाषित या अवास्तविक लक्ष्य तय कर लेते हैं.
व्यक्ति जल्दी सफलता हासिल करने के लिए ऐसे गोल्स सेट कर लेते हैं जिन्हें पूरा करना वास्तविक नहीं होता और जब वो गोल्स पूरे नहीं होते तो लोग हताश और निराश हो जाते हैं.
अगर आप अपने लिए एक ही वक्त पर अलग-अलग गोल्स सेट कर रहे हैं तो मुमकिन है कि आप अपने किसी भी लक्ष्य पर फोकस न कर पाएं और कोई भी गोल अचीव न कर पाएं.
कई लोग प्लानिंग के वक्त उन परेशानियों के बारे में सोचते ही नहीं हैं जो उन्हें अपने लक्ष्य को पूरा करने के समय झेलनी पड़ सकती है.
जब हम कोई गोल सेट करते हैं तो शुरुआत में तो हम उत्साहित होते हैं, उसके लिए मेहनत भी करते हैं.
लेकिन, जब थोड़ा वक्त गुजर जाता है तो हम उसमें अपनी रुचि खोने लगते हैं. हम ये भूलने लगते हैं कि हमने वो गोल क्यों सेट क्यों किया था.
गोल्स पूरे न होने का सबसे बड़ा कारण होता है कि हम अपने गोल्स को लेकर डेडलाइन तय नहीं करते हैं.
जब आप गोल्स को लेकर डेडलाइन तय करते हैं तो आपको उन्हें पूरा करने का प्रेशर रहता है और आप तयशुदा समय में उन्हें पूरा भी करते हैं.