03 March 2024
बिहार बोर्ड 10वीं की परीक्षा में जिला टॉपर बने अंकित कुमार की कहानी हर किसी के लिए प्रेरणादायक है.
अंकित किसी बड़े स्कूल से नहीं पढ़े और ना ही उन्होंने कोई कोचिंग या घर पर घंटो पढ़ाई करके एग्जाम निकाला है. अंकित ने लोगों को चाय पिलाते हुए अपनी पढ़ाई की है.
आंकित की हाथों की चाय पीने वाले और उन्हें कभी छोटू कहकर बुलाने वाले सभी लोगों के सामने उन्होंने नजीर पेश कर दी है
अंकित मुजफ्फरपुर की रेड लाइट बस्ती चतुर्भुज स्थान चौक के फुटपाथ पर चाय की दुकान चलाते हैं, कोरोना में पिता की तबीयत खराब होने के बाद उन्होनें चाय बेचना शुरू किया था.
अंकित दिनभर फुटपाथ पर बैठकर लोगों को गरमागरम चाय पिलाते हैं. एक तरफ चाय की केतली और दूसरी तरफ उनकी किताबें रखीं नजर आती हैं.
जो मोहल्ला कभी अपनी बदनामी के लिए जाना जाता था आज उस मोहल्ले के एक बच्चे ने सभी का नाम रौशन कर दिया है. अंकित की सफलता से मोहल्ले के लोग भी काफी खुश हैं.
परीक्षा पास करने के बाद अंकित की चाय की दुकान पर उन्हें शुभकामनाएं देने वालों की भीड़ लग गई. रोज जिसे लोग छोटू कहकर बुलाते थे, आज वो भी उसे सम्मान से अंकित कहते दिख रहे हैं.
वहीं, बेटे की सफलता से फूले नहीं समा रहे पिता अनिल रजक ने बताया कि मैं बीमार पड़ा और टोटो बिक गई जिसके बाद बेटे ने चाय की दुकान खोल ली ओर परिवार को संभाला.
अंकित आगे पढ़ाई पूरी करके पुलिस अफसर बनना चाहते हैं. उन्होंने कहा कि यह तो बस शुरुआत है. आगे मंजिल तक सफर बाकी है.