21 साल की तैयारी के बाद लिया था जलियांवाला का बदला...

By Aajtak Education

13 March 2023

13 अप्रैल 1919 को पंजाब के अमृतशहर में जनरल डायर ने जलियांवाला बाग में एकत्रित सैकडों लोगों को मौत के घाट उतार दिया था.

उसी दिन एक बच्‍चे ने अंग्रेज अफसर से इस नरसंहार का बदला लेने की ठान ली थी.

बचपन से ही अनाथालय में पले बढ़े उधम सिंह ने जनरल डायर के सीने में गोली दागने की कसम खा ली थी. इसके लिए उन्‍होंने पूरे 21 साल तक तैयारी की.

वह भगत सिंह से काफी प्रभावित थे और स्‍वाधीनता संग्राम में कूद गए. हथियार रखने के आरोप में वह जेल भी गए.

1931 में जेल से निकलकर वह पंजाब पुलिस को चकमा देकर कश्‍मीर के रास्‍ते जर्मनी पहुंचे. यहां से वह लंदन गए जहां उन्‍हें अपना मकसद पूरा करना था.

हालांकि, उन्‍हें पता चला कि जनरल डायर की मौत 1927 में ही हो चुकी थी, ऐसे में उन्‍होंने नरसंहार की छूट देने वाले माइकल ओ डायर को मारने का फैसला किया.

13 मार्च 1940 को लंदन के कॉक्‍सटन हॉल में ऊधम सिंह एक किताब में रिवाल्‍वर छिपाकर लाए और माइकल ओ डायर के सीने में गोली उतार दी