टॉपर ने बताए PCS अफसर बनने के रूल, नोट करें टिप्स

29 Jan 2024

UPPCS 2023 परीक्षा के फाइनल रिजल्ट में हरदोई के सात्विक श्रीवास्तव का मेरिट में तीसरे स्थान आया है. सात्विक के पिता रजिस्ट्री ऑफिस में दस्तावेज लेखक हैं.

सात्विक को यह सफलता तीसरे प्रयास में मिली है. सात्विक ने इस परीक्षा के लिए रेलवे में इंजीनियर की नौकरी छोड़कर और पीसीएस की परीक्षा पास की है.

मई 2022 में उनका सेलेक्शन रेलवे में लाखों के पैकेज के साथ जूनियर इंजीनियर के पद पर हुआ था. इसके बाद 14 दिन की इलाहाबाद में ट्रेनिंग करने के बाद उन्हें बांदा जिले में पोस्टिंग मिली थी.

14 जून को उनका पीसीएस का पेपर था. इसलिए उन्होंने नौकरी छोड़कर पीसीएस की तैयारी शुरू कर दी थी. हालांकि 2 बार इस परीक्षा में उन्हें सफलती नहीं मिली.

फेल होने पर उन्होंने दोबारा अपना हौंसला बटोरा और इसे एक चुनौती के रूप में लिया. इस बार उन्होंने पढ़ाई करने का तरीका बदला.

तीसरे अटेंप्ट में उन्होंने तीसरा स्थान प्राप्त किया है. आजतक से बात करते हुए उन्होंने पीसीएस ऑफिसर बनने के कुछ टिप्स और रूल शेयर किए हैं. आइए जानते हैं क्या.

उन्होंने कहा कि हर एक स्प्रिंट को फॉलो करना चाहिए. स्टार्टिंग में मिस्टेक मैंने की थी. मुझे अपने सोर्सेस नहीं पता थे कि कहां से पढ़ाई करनी चाहिए.

इतना ज्यादा ऑनलाइन और ऑफलाइन कंटेंट है कि कई सारे बच्चे यह नहीं समझ पाते कि हमारे पास जितना लिमिटेड कंटेंट रहेगा, उतना ही हमारी सफलता के चांसेस बढ़ जाते हैं.

सात्विक का कहना है कि लिमिटेड और अच्छे कंटेंट के लिए ऑथेंटिक सोर्सेस पर ही जाएं.

सात्विक ने कहा कि किसी भी एक ऑथेंटिक बुक को एक सब्जेक्ट के लिए और उसके शॉर्ट नोट्स बनाएं. मुख्य रूप से प्रीलिम्स के लिए स्ट्रेटजी है.

उन्हीं नोट्स को हम बार-बार रिवाइज करें. साथ में जो करेंट अफेयर्स की मंथली अच्छी मैग्जीन को लें या घटनासार जो लास्ट में आती है, उसे पढ़ें.

प्रीलिम्स से कुछ महीने पहले से ही अगर मेंस के 80 प्रतिशत सिलेबस को कंप्लीट कर लिया जाए तो पूर्ण रूप से मुझे ऐसा लगता है कि चांसेस मेंस के लिए भी पक्के हो जाते हैं.

सात्विक ने कहा, स्ट्रेटजी ये है कि हम पूरे एग्जाम को कंपार्टमेंटलाइज न करें. हम प्रीलिम्स और मेंस की तैयारी साथ ही साथ करते हैं.

4 घंटे प्रीलिम्स के लिए करना है और 6 घंटे मेंस के लिए नोट्स बनाने और कुछ घंटे आंसर राइटिंग करनी है. रिवीजन करना है और यही कंसिस्टेंसी हर दिन की मेहनत है.