15 Sept 2024
(Credit: Insta @kanishak_kataria)
UPSC की सिविल सेवा परीक्षा देश की सबसे कठिन और प्रतिष्ठित परीक्षाओं में से एक है. नौजवान सालों-साल इस परीक्षा की तैयारी करते हैं. यह परीक्षा कठिन परिश्रम के साथ एक जुनून मांगती है. ऐसा ही जुनून था कनिष्क कटारिया का.
कनिष्क कटारिया का IAS बनने के लिए जुनून ही था, जिसकी वजह से उन्होंने एक करोड़ की नौकरी छोड़कर यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा को चुना.
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राजस्थान के रहने वाले कनिष्क कटारिया ने IIT मुंबई से कंप्यूटर साइंस की पढ़ाई की है. आईआईटी से पढ़ाई करने के बाद उन्हें दक्षिण कोरिया में 1 करोड़ रुपये का शानदार पैकेज मिला था.
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आईआईटी से पढ़ाई, विदेश में नौकरी, महीने की सैलरी लाखों में... सब कुछ था लेकिन सपना IAS बनने का था.
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साल 2017 में कनिष्क कटारिया एक करोड़ की नौकरी छोड़ दी और जयपुर आकर यूपीएससी की तैयारी करने लगे.
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आजतक को एक इंटरव्यू में बताया था कि उन्होंने यूपीएससी की तैयारी के लिए कोई कोचिंग नहीं ली. घर पर रहकर सेल्फ स्टडी करते थे.
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साल 2019 में कनिष्क ने पहले ही प्रयास में सिविस सेवा प्रीलिम्स, मेन्स और इंटरव्यू क्रैक कर दिया. ऑल इंडिया रैंक-1 हासिल की थी.
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राजस्थान के रहने वाले कनिष्क के पिता सांवर मल वर्मा भी आईएएस अधिकारी हैं, जो फिलहाल राजस्थान सरकार के सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के निदेशक हैं.
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उनके चाचा के.सी. वर्मा जयपुर में संभागीय आयुक्त के पद पर तैनात हैं.
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कनिष्क ने एक इंटरव्यू में कहा था, 'बचपन से ही मैंने अपने पिता और चाचा को देश के लिए वरिष्ठ अधिकारियों के रूप में काम करते हुए देखा है. मैं भी उनकी तरह बनना चाहता था.
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इसलिए उन्होंने सैमसंग से इस्तीफा दिया और जयपुर वापस आ गए. उन्होंने कहा कि मेरे परिवार ने मुझपर भरोसा जताया और सभी मेरे फैसले के साथ खड़े थे.
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