केरल की पहली आदिवासी महिला IAS होने का रिकॉर्ड... वॉर्डन रहते क्रैक की थी UPSC 

13 Sep 2024

श्रीधन्या सुरेश ने सिविल सेवा परीक्षा 2018 में 410वीं रैंक हासिल की थी. उनकी इस सफलता पर राहुल गांधी ने भी बधाई दी थी.

श्रीधन्या सुरेश की सफलता पर राहुल गांधी ने ट्वीट कर कहा है था कि वायनाड की श्रीधन्या सुरेश सिविल सेवा परीक्षा में पास होने वाली केरल की पहली आदिवासी महिला हैं.

अपनी सफलता पर वहीं श्रीधन्या ने कहा, 'मैं राज्य के सबसे पिछड़े जिले से हूं. यहां से कोई आदिवासी आईएएस अधिकारी नहीं हैं, जबकि यहां पर बहुत बड़ी जनजातीय आबादी है.

मुझे आशा है कि यह आने वाली पीढ़ियों के लिए सभी बाधाओं को दूर करने में एक प्रेरणा का काम करेगी.'

उनके बचपन में अनेक कठिनाइयां आईं, और संसाधनों की कमी ने उनके रास्ते में कई रुकावटें डालीं.

लेकिन इन सभी बाधाओं के बावजूद, श्रीधन्या ने अपनी पढ़ाई में कड़ी मेहनत की और अपनी क्षमता को साबित किया.

श्रीधन्या ने कालीकट के सेंट जोसेफ कॉलेज से अपनी प्रारंभिक शिक्षा पूरी की.

इसके बाद, उन्होंने जूलॉजी की पढ़ाई के लिए कोझिकोड का रुख किया और फिर मास्टर डिग्री के लिए कालीकट यूनिवर्सिटी लौट आईं.

मास्टर डिग्री पूरी करने के बाद, श्रीधन्या को राज्य सरकार के अनुसूचित जनजाति विकास विभाग में नियुक्ति मिली.

जहां उन्होंने आदिवासी छात्रों के हॉस्टल में वार्डन के रूप में कार्य किया.

श्रीधन्या ने अपने तीसरे प्रयास में 410 एआईआर प्राप्त किया और यूपीएससी सीएसई पास कर के आईएएस अधिकारी बनीं.