02 Feb 2025
वाशिंगटन, डीसी (Washington DC) में बना व्हाइट हाउस अमेरिका का राष्ट्रपति का भवन होता है. इसमें सेफ्टी और सिक्योरिटी के हर इंतजाम होते हैं.
इसी तरह जब अमेरिका के राष्ट्रपति कहीं बाहर होटल में ठहरने जाते हैं तो वहां भी उनकी सुरक्षा के साथ कोई कॉम्प्रोमाइज नहीं किया जाता है.
BBC पर छपी खबर में बताया गया है कि अगर अमेरिका के राष्ट्रपति किसी भी देश की यात्रा करने का फ़ैसला करते हैं तो वहां सुरक्षा के क्या इंतजाम किए जाते हैं.
BBC न्यूज के अनुसार, अगर अमेरिका के राष्ट्रपति किसी भी देश की यात्रा करने का फ़ैसला करते हैं, तो तय तारीख़ से लगभग तीन महीने पहले ही सीक्रेट सर्विस अपना काम शुरू कर देती है.
राष्ट्रपति एक तरह से सुरक्षा के कवच में चलते हैं जिसमें मल्टी लेयर सिक्योरिटी है. ये ना सिर्फ़ बहुत मज़बूत है बल्कि बहुत महंगी भी.
राष्ट्रपति के होटल में उनके लिए पूरा फ़्लोर ख़ाली होता है, बल्कि ऊपर और नीचे के फ़्लोर भी ख़ाली रखे जाते हैं. स्टाफ़ के लोग ही वहां रुक सकते हैं.
पूरे कमरे की अच्छे से जांच होती है कि कहीं कोई छिपा हुआ कैमरा ना हो, कोई रिकॉर्डिंग डिवाइस ना हो.
टीवी और होटेल के फ़ोन भी हटा दिए जाते हैं. खिड़कियों पर भी बुलेट प्रूफ़ शील्ड लगा दी जाती है.
राष्ट्रपति का कुकिंग स्टाफ़ भी साथ आता है. वे ही खाना बनाते हैं और परोसते हैं.
सीक्रेट सर्विस वहां भी पूरी निगरानी रहती है कि कहीं कोई छेड़छाड़ ना कर दे.
सीक्रेट सर्विस को राष्ट्रपति के साथ हर वक़्त रहने वाले सेना के उस व्यक्ति को भी सुरक्षित रखना होता है, जिसके पास यूएस न्यूक्लियर मिसाइल को लॉन्च करने वाला ब्रीफ़केस होता है.
राष्ट्रपति अपनी लिमोज़ीन कार में ही सफ़र करते हैं. इस कार को नाम दिया गया है, द बीस्ट. ये कार हर तरह से एक्वीप्ड है.
बुलेटप्रूफ़ तो है ही, इसमें और भी डिफेंसिव उपकरण और तकनीकें हैं. जैसे स्मोक स्क्रीन्स, टियर गैस, नाइट विज़न तकनीक, केमिकल अटैक से सुरक्षा और ग्रेनेड लॉन्चर. ड्राइवर्स ऐसे ट्रेन्ड होते हैं
किसी हमले के समय गाड़ी को एकदम उल्टी दिशा यानी 180 डिग्री टर्न ले लें. ड्राइवर्स ऐसे ट्रेन्ड होते हैं
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