बॉलीवुड से रियल लाइफ तक हम सबने कई बार लोगों को घुटने पर बैठकर प्यार का इजहार करते देखा होगा.
ऐसा देखकर कई बार हमारे दिमाग में ये सवाल भी आया होगा कि आखिर क्यों घुटने पर ही बैठकर प्रपोज किया जाता है?
इस ट्रेडिशन की शुरुआत का कोई लिखित साक्ष्य नहीं है. हालांकि, जानकारों का मानना है कि प्रपोज का ये स्टाइल 'वादे' का संकेत होता है.
एक्सपर्ट्स की मानें तो ये परंपरा मध्यकालीन युग में शुरू हुई थी. उस युग में योद्धा कुलीन महिलाओं के आगे घुटने पर झुकते थे.
वहीं, घुटने टेकना भी कई औपचारिक अनुष्ठानों के लिए प्रोटोकॉल हुआ करता था. उस समय की कई पेंटिंग्स में इसकी झलक दिखाई देती है.
उस वक्त शूरवीर अपने लॉर्ड के सामने घुटने पर झुकते थे. ये सम्मान का संकेत होता था.
अब घुटने पर झुककर प्रपोज करना होने वाले जीवनसाथी के प्रति सम्मान का संकेत है.
इस तरह प्रपोज करके वे बताते हैं कि उनका पूरा जीवन अब दूसरे के हाथों में है, इस आशा के साथ कि दूसरा दयालु और प्रेमपूर्ण होगा.
आमतौर पर बाएं घुटने के बल बैठकर लोग प्रपोज करते हैं. ऐसा इसलिए करते हैं क्योंकि बहुत से लोग राइट हैंड का ज्यादा इस्तेमाल करते हैं.
ऐसे में जब वो बाएं घुटने के बल पर बैठकर प्रपोज करते हैं तो उन्हें राइट हैंड से रिंग बॉक्स खोलने में आसानी होती है. अगर आप लेफ्टी हैं तो आप दाएं घुटने के बल बैठकर प्रपोज कर सकते हैं