विदेश में नौकरी या पढ़ाई से पहले जानें क्या है IELTS एग्जाम
By: Aajtak Education
30 मार्च 2023
विदेश में नौकरी करनी हो या पढ़ाई इंग्लिश बेहद जरूरी है लेकिन आपकी इंग्लिश कितनी अच्छी है इसका अंदाजा IELTS एग्जाम की रेटिंग से लगाया जाता है.
इस टेस्ट का रिजल्ट पास या फेल नहीं होता, बल्कि आपकी इंग्लिश को 1 से 9 के बीच में रेटिंग दी जाती है.
IELTS का पूरा नाम इंटरनेशनल इंग्लिश लैंग्वेज टेस्टिंग सिस्टम है. इसके आधार पर कई यूनिवर्सिटी एडमिशन देती हैं और कंपनियां नौकरी देती हैं.
IELTS इंडिया एग्जाम में कैंडिडेट्स की इंग्लिश रीडिंग, स्पीकिंग, लिसनिंग और राइटिंग स्किल जज की जाती है.
IELTS एग्जाम के दो टेस्ट फॉर्मेट में उपलब्ध होते हैं-एक एकेडमिक और दूसरा जनरल IELTS एग्जाम.
अगर कोई विदेश में पढ़ना चाहता है तो उसे एकेडमिक IELTS एग्जाम देना होता है. जबकि वर्क वीजा या परमानेंटली उन देशों में रहने या नौकरी पाने के लिए जनरल पर्पस IELTS एग्जाम देना होता है.
IELTS एग्जाम कुल 2 घंटे और 45 मिनट का होता है. IELTS एग्जाम हर साल 48 अलग-अलग तारीखों पर होता है, यानी हर महीने में 4 बार आईडीपी द्वारा यह एग्जाम आयोजित किया जाता है.
यह टेस्ट देने के लिए आपके पास पासपोर्ट होना अनिवार्य है. इसके अलावा कोई शैक्षणिक योग्यता, न्यूनतम या अधिकतम आयु सीमा नहीं है.
हालांकि 16 साल से कम उम्र के अभ्यर्थियों को इस टेस्ट को देने का सुझाव नहीं दिया जाता है.