Byline: aajtak.in
केरल में मॉनसून की एंट्री के बाद, अब बाकी राज्यों को भी इसका इंतजार है. मॉनसून एक तरह से बारिश के मौसम के आगाज को कह सकते हैं.
मॉनसून से पहले देश में प्री मॉनसून आता है. आपमें से ज्यादातर लोगों ने इसका नाम सुना होगा.
लेकिन क्या आपको पता है कि प्री मॉनसून और मॉनसून में अंतर क्या है?
मॉनसून और प्री-मॉनसून में अंतर बताने वाले दो पैरामीटर हैं.
यदि नीचे की दो स्थितियां एक साथ होती हैं, तो मॉनसून घोषित किया जाता है. 1) पछुआ हवा 4-5 किमी प्रति घंटे से अधिक की सीमा में होनी चाहिए 2) ज्यादातर इलाकों में व्यापक तौर पर बारिश रिपोर्ट की जाए.
व्यापक बारिश मतलब लगभग 15 निगरानी स्टेशनों में से कम से कम 60% को कवर किया जाना चाहिए.