By: Aajtak Education
अकसर लोग निगरगंड शब्द इस्तेमाल करते हैं, बोलते हैं लेकिन बहुत ही कम लोगों को इसका मतलब पता है. एक सोशल मीडिया यूजर ने अपने ट्विटर अकाउंट के माध्यम से इसका अर्थ पूछा था.
लेखक और भाषाविद् डॉ सुरेश पंत ने अपने ट्विटर अकाउंट के माध्यम से इसका मतलब समझाया है.
उन्होंने बताया कि बिना किसी की डर के घूमने वाले अलमस्त स्वभाव के व्यक्ति, आवारा, घुमक्कड़ को कुमाऊं में "निगरगंड" कहा जाता है.
यह दो शब्दों से बना है निगुरा+गंडा. निगुरा अर्थात जिसका कोई गुरु (बड़ा, समझाने वाला) न हो.
गंडा उसे बांधा जाता है जिसे कोई गुरु/उस्ताद अपना शिष्य/चेला स्वीकार कर ले.
संगीत, मंत्रदीक्षा, कुश्ती आदि में आज भी गुरु बनाने और गुरु के द्वारा शिष्य, चेला स्वीकारने पर गंडा बांधने की प्रथा है.
इसलिए निगरगंड का अर्थ जिसे किसी गुरु ने नहीं स्वीकारा, इसलिए अनियंत्रित-अशिक्षित रह गया है.