भूकंप आने पर  क्‍या करें- क्‍या न करें

By Aajtak. Education

भूकंप अचानक ही आता है और संभलने का मौका नहीं देता. जबत‍क हम अपने बचाव के उपाय सोचते हैं, तब तक देर हो चुकी होती है.

ऐसे में नेशनल डिजास्‍टर मैनेजमेंट अथॉरिटी (NDMA) ने कुछ गाइडलाइंस जारी कर बताया है कि अचानक भूकंप आ जाने पर हम कैसे खुद को सुरक्षित कर सकते हैं.

अगर घर के अंदर हों-

जमीन पर लेट जाएं और मजबूत फर्नीचर को पकड़ लें. टेबल या बिस्‍तर के नीचे छिपकर अपना सिर तकिए से बचाएं. कांच, खिड़कियों या झूमर के नीचे से हट जाएं.

अगर घर के अंदर हों-

जब तक कंपन बंद न हो जाए, भागकर दरवाजे की तरफ जाने की कोशिश न करें. ध्‍यान रखें कि बिजली जा सकती है या स्प्रिंकलर और फायर अलार्म चालू हो सकते हैं.

अगर घर के बाहर हों-

जहां हैं, वहीं रुकें. इमारतों, पेड़ों और स्‍ट्रीट लाइट आदि से दूर रहें. जब तक कंपन बंद न हो, तब तक खुली जगह में ही रहें.

अगर गाड़ी चला रहे हों-

गाड़ी फौरन किनारे रोक लें और अंदर ही रहें. पेड़, ओवरपास, इमारतों या तारों के नीचे कतई न रुकें. भूकंप रुकने का इंज‍तार करें.

अगर मलबे में फंस गए हो-

माचिस न जलाएं. न इधर-उधर घूमें न धूल झाड़ें. किसी कपड़े से मुंह ढक लें और धातु की चीज़ को टैप करते रहें ताकि बचाव दल आपको ढूंढ ले. चीखें-चिल्‍लाएं बिल्‍कुल नहीं.

इमारतों,