By Aajtak. Education
अडानी-हिंडनबर्ग केस की जांच अब एक 6 सदस्यीय एक्सपर्ट कमेटी करेगी. कोर्ट ने भारतीय निवेशकों के हितों पर चिंता जाहिर करते हुए इस कमेटी को मंजूरी दी.
आइये जानते हैं एक्सपर्ट कमेटी के 6 सदस्यों के बारे में जो अब इस मामले की जांच कर कोर्ट को अपनी रिपोर्ट सौंपेंगे.
28 अगस्त 1954 को सिवनी में जन्मे अभय मनोहर सप्रे सर्वोच्च न्यायालय के पूर्व न्यायाधीश हैं. 27 सितंबर 2019 को सेवानिवृत्त हुए सप्रे गुवाहाटी हाईकोर्ट और मणिपुर हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस रह चुके हैं.
भारतीय स्टेट बैंक (SBI) के पूर्व अध्यक्ष ओ पी भट्ट ओएनजीसी (ONGC), टाटा स्टील और यूनीलीवर के अध्यक्ष भी रह चुके हैं. उन्हें बैंकिंग एक्सपर्ट के तौर पर टीम में शामिल किया गया है.
जस्टिस जे पी देवधर 1985 से आयकर विभाग के स्थायी वकील रहे हैं. वह बॉम्बे हाई कोर्ट, CEGAT, आयकर अपीलीय न्यायाधिकरण समेत SC में बड़ी संख्या में कानूनी मामलों में शामिल रहे हैं.
प्रसिद्ध भारतीय बैंकर कुंडपुर वामन कामथ ICICI बैंक के पूर्व निदेशक हैं. वह न्यू डेवलेपमेंट बैंक ऑफ ब्रिक्स कंपनीज़, Infosys और NaBFID के चेयरमैन भी रह चुके हैं.
नंदन नीलेकणि टेक-जाइंट Infosys के कोफाउंडर और इसके नॉन-एग्जिक्यूटिव चेयरमैन रहे हैं. वह UIDAI के अध्यक्ष भी रहे हैं और आधार कार्ड बनाने के लिए जाने जाते हैं.
सिक्योरिटी लॉ, M&A और फॉरेन इन्वेस्टमेंट के क्षेत्रों में व्यापक अनुभव रखने वाले सोमशेखर सुदर्शन एक वकील हैं, जो फाइनेंस और लॉ की गहरी समझ के लिए जाने जाते हैं. वह एक पूर्व पत्रकार भी हैं.