04 Nov 2024
भारत के मुख्य न्यायाधीश (CJI) डीवाई चंद्रचूड़ (DY Chandrachud) 10 नवंबर को रिटायर होने जा रहे हैं. उनकी जगह अब सुप्रीम कोर्ट के सीनियर मोस्ट जज जस्टिस संजीव खन्ना भारत के मुख्य न्यायाधीश होंगे.
ऐसे में उन्होंने सुप्रीम कोर्ट में दूसरे सबसे वरिष्ठ जस्टिस संजीव खन्ना को सीजेआई बनाने की सिफारिश केंद्र को भेजी है.
Credit: Pixabay
जस्टिस संजीव खन्ना ने सुप्रीम कोर्ट में अपने समय के दौरान कई बड़े निर्णयों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है. आइए जानते हैं वो कौन-सी जजमेंट हैं.
Credit: Supreme Court
2019 के एक ऐतिहासिक फैसले में, जस्टिस खन्ना पांच-जजों की कॉन्स्टिट्यूशन बेंच का हिस्सा थे.
Credit: Pixabay
इस बेंच ने दिल्ली हाई कोर्ट के उस निर्णय को बरकरार रखा, जिसमें भारत के चीफ जस्टिस के ऑफिस को सूचना का अधिकार (RTI) अधिनियम के तहत लाने का निर्णय लिया गया था.
Credit: Pixabay
जस्टिस खन्ना ने अनुच्छेद 370 को हटाने के सरकार के निर्णय का समर्थन किया था.
Credit: PTI
जस्टिस खन्ना ने अनुच्छेद 370 को हटाने के सरकार के निर्णय का समर्थन किया था.
संजीव खन्ना उस बेंच का हिस्सा भी थे जिसने इलेक्टोरल बॉन्ड स्कीम को असंवैधानिक करार दिया, यह कहते हुए कि यह सूचना के मौलिक अधिकार का उल्लंघन करती है.
Credit: Pixabay
जस्टिस खन्ना ने कहा कि गुमनाम डोनेशन के कारण चुनावी फंडिंग में पारदर्शिता की कमी होती है, इससे लोकतांत्रिक प्रक्रिया प्रभावित होती है.
Credit: Pixabay
जस्टिस खन्ना कई फैसले चुनाव प्रक्रिया को लेकर भी दिए.
उन्होंने इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों (EVM) पर चुनाव आयोग के रुख को बरकरार रखा और वोटर वेरिफिएबल पेपर ऑडिट ट्रेल (VVPAT) स्लिप की 100% वेरिफिकेशन की याचिका को खारिज कर दिया.