कौन हैं वो 'मैम', जो रही हैं IAS टॉपर टीना डाबी-इश‍िता की टीचर

By: Aajtak Education

24 जुलाई 2023

शुभ्रा रंजन, यही वो टीचर हैं जिनके कई छात्रों ने यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा पास टॉप रैंक के साथ पास की है. वे आईएएस इंस्टीट्यूट की संस्थापक हैं.

उनके कोचिंग में पढ़े हुए अभ्यर्थियों ने यूपीएससी सिविल परीक्षा 2022 में टॉप रैंक हासिल की है. इशिता किशोर AIR 1, कनिका गोयल AIR 9 और अभिनव सिवाच AIR 12.

शुभ्रा मैम UPSC अभ्यर्थ‍ियों को खास तौर पर पॉलीटिकल साइंस पढ़ाती हैं. लल्लनटॉप के साथ इंटरव्यू में उन्होंने आईएएस बनने के मूलमंत्र बताए.

शुभ्रा ने बताया कि मैं सीतापुर से हूं. मेरी फैमिली में अध‍िकांश लोग वकील हैं या टीचर हैं, इसलिए आनुवांश‍िक तौर पर ही मुझे शायद टीचिंग का और बोलने का शौक था. बचपन से ही मेरी पढ़ने-पढ़ाने की काफी इच्छा रहती थी.

कब और कैसे टीचिंग शुरू की

मैं मोहल्ले के बच्चों को जबर्दस्ती बुलाकर पढ़ाती थी. वो कहती हैं कि ऐसा नहीं है कि मैं शुरू से ही टीचर बनना चाहती थी. हां, मुझे टीच‍िंग करते हुए अच्छा लगता था. संतोष मिलता था.

फिर लोगों ने कहा कि आपकी इस फील्ड में जो विश‍िष्टता है, वो आपका बड़ा स्ट्रेंथ है, अनायास ही मैंने इसे फॉर्मल प्रोफेशन के तौर पर शुरू किया. इस प्रोफेशन ने मुझे संतोष प्रदान किया जो कि मैं आज भी महसूस करती हूं.

शुभ्रा ने बताया कि प्रारंभ‍िक पढ़ाई करने के बाद मैं दिल्ली यूनिवर्सिटी आई और मैं खुद को लकी मानती हूं कि मैं डीयू के टॉपर्स में से एक थी. साथ ही कॉलेज और अपने हॉस्टल की प्रेसिडेंट थी.  

मैंने कुछ टाइम डीयू में पढ़ाया. इसके अलावा मेरा सेलेक्शन यूपी हायर कमीशन से हुआ तो यूपी के कुछ स्कूलों से पढ़ाया. यूपीएससी की तैयारी भी की, लेकिन वो कभी मुझे इतना अट्रैक्ट नहीं किया.

हम लोग बच्चों को जनरल स्टडीज का गाइडेंस देते हैं. प्र‍ीलिम्स के प्रेपरेशन से पहले मैं समझती हूं कि मेन्स का प्रेपरेशन करें, उससे कॉन्सेप्चुअल क्लैरिटी होती है, प्रीलिम्स का बेस होता है मेन्स.

कोई बच्चा प्रीलिम्स की तैयारी कैसे करे?

हम लोग अभ्यर्थ‍ियों को जनरल स्टडीज और ऑप्शनल, हिस्ट्री, सोशलॉजी, इंटरव्यू, निबंध आदि सभी प्रकार की गाइडेंस प्रदान करते हैं ताकि बच्चों को इधर उधर न भटकना पड़े.

वे कहती हैं कि कोई पैदाइशी टॉपर नहीं होता. अपनी तैयारी से ही कोई टॉपर बनता है. सबसे इंपार्टेंट ये है कि आप अपने गोल को किस श‍िद्दत से देखते हैं, कैसी तैयारी करते हैं. 

कोई टॉपर कैसे बनता है?

न‍िष्ठा (Integrity) प्रत‍िबद्धता(Commitment) अनुशासन (Discipline) निरंतरता (consistency) खुद पर विश्वास (Trust) सकारात्मक सोच (positive thinking)

ये हैं सक्सेज के मूल मंत्र

खुद पर पूरा विश्वास रखें. अपनी पढ़ाई को एन्जॉय करें. डिस्ट्रैक्शन से बचना है.

अभ्यर्थी क्या करें