कौन थे डॉ. बीसी रॉय? जिनकी याद में मनाया जाता डॉक्टर्स डे

By Aajtak.in Education

01 जुलाई 2023

भारत में 01 जुलाई को नेशनल डॉक्टर डे मनाया जाता है. यह खास दिन समाज में डॉक्टरों के महत्वपूर्ण योगदान को याद करने के लिए है. डॉक्टर्स को भगवान के समान माना जाता है.

नेशनल डॉक्टर्स डे, देश के महान डॉक्टर बिधान चंद्र रॉय की पुण्यत‍िथ‍ि पर उनकी याद के तौर पर मनाया जाता है. केंद्र सरकार ने 1991 में इस खास दिन की शुरुआत की थी. 

डॉ. बिधान चंद्र रॉय देश के महान चिकित्सक होने के साथ साथ पश्चिम बंगाल के दूसरे मुख्यमंत्री भी रहे हैं. डॉ बिधान चंद्र रॉय का जन्म 1 जुलाई 1882 को बिहार के पटना के खजांची में हुआ था.

कौन थे डॉ. बिधान चंद्र रॉय?

वे अपने विद्यार्थी जीवन में मेधावी छात्र थे और इसी कारण उन्होंने अन्य छात्रों के मुकाबले अपनी शिक्षा जल्दी पूरी कर ली. रॉय ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा भारत में और उच्च शिक्षा इंग्लैंड से पूरी की थी.

बीसी रॉय डॉक्टर के साथ-साथ समाजसेवी, आंदोलनकारी और राजनेता भी थे. उन्होंने डॉक्टर के रूप में करियर की शुरुआत सियालदाह से की थी. साथ ही उन्होंने सरकारी अस्पताल में डॉक्टर की जिम्मेदारी भी निभाई. 

आजादी की लड़ाई के दौरान वो असहयोग आंदोलन का हिस्सा भी रहे. शुरुआत में उन्हें लोग महात्मा गांधी, नेहरू के डॉक्टर के रूप में जानते थे. महात्मा गांधी के कहने पर उन्होंने सक्रिय राजनीति में कदम रखा था. आजादी के आंदोलन के समय उन्होंने घायलों और पीड़ितों की निस्वार्थ भाव से सेवा की. 

बिधान चंद्र रॉय का समाज के प्रति योगदान कभी भुलाया नहीं जा सकता. कहते हैं वे जो भी कमाते थे, सब कुछ दान कर देते थे. आज भी वो डॉक्टरी पेशे में आने वाले लोगों के लिए एक आदर्श के तौर पर हैं. उन्हें 4 फरवरी, 1961 को भारत रत्न से भी सम्मानित किया गया था.

हर साल एक नई थीम के साथ डॉक्टर्स डे सेलिब्रेट किया जाता है. इस साल 'सेलिब्रेटिंग रेजिलिएंस एंड हीलिंग हैंड' (Celebrating Resilience and Healing Hands) तय की गई है.

डॉक्टर्स डे थीम 2023