30 Sep 2024
अगर आपने कभी फ्लाइट में सफर किया को नोटिस किया होगी की प्लेन की सीटें नीली ही होती हैं.
Credit: Pexels
लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि फ्लाइट की सीटें नीली ही क्यों होती हैं, इनका रंग और कोई क्यों नहीं होता.
Credit: Pexels
आइए इसके पीछे का कारण जानते हैं.
Credit: Pexels
बता दें कि नीला रंग विश्वसनीयता और सुरक्षा का प्रतीक माना जाता है.
Credit: Pexels
हालांकि कुछ लोग ये मानते हैं कि आसमान का रंग नीला हेता है, इसी कारण प्लेन की सीटों का रंग भी नीला रखा जाता है.
Credit: Pexels
लेकिन इसकी असली वजह कुछ और ही है. कई मीडिया रिपोर्टेस के मुताबिक एरोप्लेन में नीली सीटों का इस्तेमाल कई दशकों पहले शुरू किया गया था.
Credit: Pexels
आज भी सभी एयर लाइंस अपने प्लेनों में नीले रंग की सीटें ही इस्तेमाल करती है.
Credit: Pexels
इसके अलावा नीला रंग उन लोगों के लिए भी बहुत ज्यादा मददगार साबित होता है, जो लोग एयरफोबिया से ग्रसित होते हैं.
Credit: Pexels
लेकिन अब कई फ्लाइट्स में कंपनी ने सीटों का रंग बदला है. लेकिन अमूमन फ्लाइट्स में सीट का रंग नीला ही होता है.
Credit: Pexels
वहीं 70 और 80 के दशक में कुछ एयरलाइन्स कंपनियों ने एरोप्लेन में सीटों का रंग लाल कर दिया था.
Credit: Flickr