18 Sep 2024
प्लास्टर ऑफ पेरिस (POP) का इस्तेमाल लगभग सभी घरों में किसी न किसी रूप में होता है.
प्लास्टर ऑफ पेरिस सदियों पुरानी सामग्री है जिसका उपयोग कास्ट, मॉडल और मूर्तियां बनाने के लिए किया जाता है.
इसका नाम लोग पेरिस देश से जोड़ते हैं. ऐेसे में आइए जानते हैं इसके पीछे का कारण क्या है.
प्लास्टर ऑफ़ पेरिस को पेरिस से इस वजह से जोड़ा गया है क्योंकि 18वीं शताब्दी की शुरुआत में पेरिस में इसका उत्पादन काफ़ी ज़्यादा होने लगा था.
असल में POP जिप्सम से बनता है और इसका सबसे पहले उत्पादन पेरिस में हुआ था, इसलिए इसका नाम प्लास्टर ऑफ पेरिस पड़ गया.
POP निर्माण के लिए जिप्सम को 150 से 180 डिग्री सेल्सियस तक गर्म किया जाता है.
इस प्रक्रिया में जिप्सम से पानी निकल जाता है और इसे कैल्शियम सल्फेट हेमीहाइड्रेट में बदल दिया जाता है, जो प्लास्टर ऑफ पेरिस के रूप में जाना जाता है.
भारत में प्लास्टर ऑफ पेरिस का उत्पादन कई राज्यों में होता है.
Credit: Pexels