भारतीय नोटों के लिए कैसे चुनी गई गांधी जी की तस्वीर? 

30 Sep 2024

गुजरात के अहमदाबाद में एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है, जहां नोट पर महात्मा गांधी की जगह हिन्दी सिनेमा के दिग्गज कलाकार अनुपम खेर की तस्वीरें छपी मिली हैं.

असल में भारतीय नोटों पर गांधी जी की तस्वीर छपी होती है. आइए जानते हैं ऐसा क्यों.

आजादी के बाद भी बैंकनोट पर भी ब्रितानी हुकूमत की छाप थी. 15 अगस्त, 1947 को स्वतंत्र भारत की घोषणा के कुछ महीनों बाद तक, भारतीय नोट पर किंग जॉर्ज VI की तस्वीर थी.

RBI ने किंग जॉर्ज की तस्वीर वाले नोटों को छापना जारी रखा था. साल 1949 में भारत सरकार ने 1-रुपये के नोट का अपना नया डिज़ाइन जारी किया.

इसी के साथ किंग जॉर्ज को सारनाथ में अशोक स्तंभ के शेर की राजधानी के प्रतीक से बदल दिया गया.

शुरुआत में, यह महसूस किया गया था कि किंग जॉर्ज VI के चित्र को महात्मा गांधी के चित्र से बदल दिया जाए.

गांधीजी को उनकी राष्ट्रीय अपील के कारण चुना गया, और 1996 में, RBI ने अशोक स्तंभ बैंक नोटों को बदलने के लिए एक नई 'महात्मा गांधी सीरीज' लॉन्च की.

गांधीजी पहली बार 1969 में इंडियन करेंसी पर दिखाई दिए. इसे उनकी 100वीं जयंती के उपलक्ष्य में जारी किया गया था.

इस नोट पर RBI गवर्नर LK झा के हस्ताक्षर थे और इसमें गांधीजी को सेवाग्राम आश्रम की पृष्ठभूमि में दिखाया गया था.