NEET UG पेपर रद्द क्यों नहीं होना चाहिए? NTA ने दिए ये तर्क

6 July 2024

NEET UG पेपर लीक और अनियमतताओं को लेकर विवादों में है. बिहार, झारखंड और गुजरात में CBI जांच कर रही है. हजारों परीक्षार्थी परीक्षा रद्द की मांग कर रहे हैं, लेकिन एनटीए इसका विरोध किया है.

NTA ने सुप्रीम कोर्ट में एक हलफनामा दायर कर कहा है कि कथित गड़बड़ी केवल पटना और गोधरा केंद्रों में हुई थी. इसलिए पूरी परीक्षा रद्द नहीं की जानी चाहिए.

एनटीए का कहना है कि अनुचित साधनों और पेपर लीक के व्यक्तिगत उदाहरणों से पूरी परीक्षा खराब नहीं हुई है.

अगर कोई ठोस कारण न होने के बावजूद पूरी परीक्षा प्रक्रिया रद्द कर दी जाती है तो यह लाखों छात्रों के शैक्षणिक करियर के लिए ज्यादा हानिकारक होगा.

एनटीए ने बताया कि विशेषज्ञ खुद ये नहीं जानते कि उनके प्रश्न किसी विशेष परीक्षा के प्रश्न पत्र में शामिल किए जाएंगे या नहीं.

एनटीए ने अपने हलफनामे में खुलासा किया है कि उसने गड़बड़ी में शामिल छात्रों के रिजल्ट रोक दिए हैं.

गड़बड़ी में शामिल छात्रों को दंडात्मक कार्रवाई और निष्कासन के लिए कारण बताओ नोटिस जारी किए हैं.

एनटीए का कहना है कि परीक्षा केंद्रों को उनकी उपयुक्तता के आकलन के बाद किया जाता है, जिसमें लॉजिस्ट‍िकल और ढांचागत सुविधाओं पर विचार किया जाता है.

परीक्षा में सुरक्षा उपायों, प्रतियोगी परीक्षाओं के संचालन में संस्थान के अनुभव, अनुभवी और योग्य कर्मियों, पीडब्ल्यूडी उम्मीदवारों के लिए रैंप आदि जैसे चीजों को भी ध्यान में रखा जाता है.

एनटीए का कहना है कि प्रश्न पत्रों की तैयारी की प्रक्रिया योग्य विषय विशेषज्ञों के माध्यम से की जाती है, जिन्हें एनटीए के परिसर में ही सुरक्षित स्थान प्रदान किया जाता है.

नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) की गुजारिश के बाद 8 जुलाई को सुप्रीम कोर्ट नीट मामले की सभी याचिकाओं एक साथ जोड़कर आगे की राह तय करेगी.