Byline: aajtak.in
क्या आपको भी ऐसा लगता है कि आपकी लाइफ में सब गलत हो रहा है? अगर हां, तो कहीं आप विक्टिम मेंटालिटी का शिकार तो नहीं हैं?
विक्टिम मेंटालिटी होने का मतलब है स्वयं को परिस्थितियों, बाहरी ताकतों या दूसरों के कार्यों का निरंतर शिकार मानने की मानसिकता.
किसी भी व्यक्ति को इस विक्टिम मेंटालिटी से बचकर रहना चाहिए. आइए जानते हैं क्यों
विक्टिम मेंटालिटी का शिकार लोग अक्सर जिम्मेदारियों से भागने लगते हैं. उन्हें दूसरों को दोष देने की आदत इस कदर हो जाती है कि वो खुद के अपने ही एक्शन की जिम्मेदारी नहीं लेते हैं.
जब आप जिम्मेदारियों से भागने लगते हैं तो जाहिर है कि लोग आप पर भरोसा करना बंद कर देंगे और आपकी ग्रोथ पर इसका असर पड़ेगा.
विक्टिम मेंटालिटी के लोग अपनी लाइफ को नेगेटिविटी से भर देते हैं. नेगेटिविटी से घिरने के कारण वो खुद की काबिलियत पर शक करने लगते हैं. इससे वो अपने हित में निर्णय भी नहीं ले पाते.
जब आप अपने हित में निर्णय नहीं ले पाते तो साफ है कि इसका असर आपकी पर्सनल और प्रोफेशनल लाइफ पर पड़ेगा.
जैसा की आप जानते हैं कि विक्टिम मेंटालिटी वाले लोग खुद के लिए निर्णय नहीं ले पाते हैं. खुद पर कॉन्फिडेंस न होने की वजह से वो जीवन में किसी भी तरह के निर्णय के लिए दूसरों पर निर्भर हो जाते हैं.
एक्सपर्ट्स की मानें तो विक्टिम मेंटालिटी के शिकार लोग अक्सर स्ट्रेस और एंग्जाइटी से जूझने को मजबूर हो जाते हैं.
ऐसा इस वजह से होता है क्योंकि उन्हें लगातार ऐसा लगता है कि लाइफ उनके साथ न्याय नहीं कर रही है.