19 Dec 2024
जब भी आप फ्लाइट में जाते हैं तो फ्लाइट के टेकऑफ और लैंडिंग के वक्त खिड़कियों के फ्लैप ऊपर कर दिए जाते हैं. यानी खिड़कियां खोल दी जाती हैं.
Credit: Meta AI
लैंडिंग से पहले ही एयरहोस्टेस आकर सभी से विंडो फ्लैप खोलने को कहती हैं. ऐसे में जानते हैं आखिर ऐसा क्यों होता है?
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एक बार एक पायलट ने भी इसका जवाब दिया था और बताया था कि आखिर ऐसा क्यों किया जाता है.
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एक कारण तो ये है कि ऐसा करने से यात्रियों की आंखें बाहर की लाइट के हिसाब से खुद को एडजस्ट कर लेती है.
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दरअसल, लैंडिंग और टेकऑफ को ही फ्लाइट में सबसे मुश्किल वक्त माना जाता है और इस दौरान कोई भी इमरजेंसी होने की संभावना रहती है.
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ऐसे में अहम कारण ये होता है कि खिड़की से एग्जिट का व्यू मिलता है और बाहर की स्थिति के बारे में पता रहता है.
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अगर कोई इमरजेंसी होती है तो खिड़की खुली रहने पर स्थिति का ध्यान रहता है और उस हिसाब से यात्री एक्शन ले लेते हैं.
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ऐसे में यात्रियों को बाहर के माहौल के हिसाब से एडजस्ट करने के लिए खिड़कियों के फ्लैप ऊपर कर दिए जाते हैं.
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