शहरों से ज्यादा गांव की महिलाएं करती हैं पुरुषों पर हिंसा!

12 Dec 2024

Photo Credit: Pixabay

बेंगलुरु में पत्नी के कथित अत्याचार से परेशान होकर AI इंजीनियर अतुल सुभाष ने आत्महत्या कर ली.

आत्महत्या से पहले अतुल सुभाष ने करीब डेढ़ घंटे का वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पोस्ट कर दिया और 24 पन्नों का सुसाइड नोट लिखा.

सोशल मीडिया पर अब अतुल सुभाष को इंसाफ दिलाने की मांग हो रही है. इस घटना ने पुरुषों पर अत्याचार और आत्महत्या दर की ओर सभी का ध्यान खींचा है.

Photo Credit: Pixabay

भारत में पुरुषों के खिलाफ घरेलू हिंसा के लगभग तीन करोड़ मामले हैं. हालांकि पुरुषों के खिलाफ घरेलू हिंसा के मामले कम ही रिपोर्ट होते हैं.

Photo Credit: Pixabay

नेशनल फैमिली हेल्थ सर्वे-5 (NFHS-5) के आंकड़ों के मुताबिक, 18 से 49 साल की उम्र की 10 फीसदी महिलाओं ने कभी न कभी अपने पति पर हाथ उठाया है, वो भी तब जब उनके पति ने उनपर कोई हिंसा नहीं की.

Photo Credit: Pixabay

इसी में 11 फीसदी महिलाएं ऐसी भी थी जिन्होंने माना था कि बीते एक साल में उन्होंने पति के साथ हिंसा की है.

Photo Credit: Pixabay

सेव इंडियन फैमिली फाउंडेशन (SIFF) और माई नेशन संस्था के ऑनलाइन रिसर्च के अनुसार 98% भारतीय पति तीन साल के रिलेशनशिप में कम से कम एक बार घरेलू हिंसा का सामना कर चुके हैं.

Photo Credit: Pixabay

आंकड़े ये भी बताते हैं कि शहरों की बजाय ग्रामीण इलाकों में रहने वाली महिलाएं पति के साथ ज्यादा हिंसा करती हैं. हिंसा करने वालों में शहरी महिलाएं 3.3% हैं, जबकि ग्रामीण इलाकों में ऐसी 3.7% महिलाएं हैं.

Photo Credit: Pixabay

NCRB के अनुसार, देश में पुरुषों की आत्महत्या दर महिलाओं की तुलना में दो गुने से भी ज्यादा है.

Photo Credit: Pixabay

2021 में प्रकाशित NCRB के आंकड़ों की ही मानें तो देश भर में 1,64,033 लोगों ने आत्महत्या की. इनमें से 81,063 विवाहित पुरुष और 28,680 विवाहित महिलाएं शामिल हैं.

Photo Credit: Pixabay

यह भी बताया गया है कि साल 2021 में करीब 33.2 फीसदी पुरुषों ने पारिवारिक समस्याओं के कारण और 4.8 फीसदी ने विवाह संबंधी वजहों से अपनी जान दे दी थी.

Photo Credit: Pixabay