डिप्रेशन, स्ट्रेस और एंग्जायटी में क्या फर्क है? जान लीजिए तभी मिलेगा सही इलाज

10 Oct 2023

आज के वक्त में जैसी हमारी लाइफस्टाइल है, ज्यादातर लोग मेंटल हेल्थ की समस्याओं से जूझ रहे हैं. 

कुछ लोग स्ट्रेस झेल रहे हैं, कुछ एंग्जाइटी और कुछ लोग डिप्रेशन का शिकार हैं. क्या आप स्ट्रेस, एंग्जाइटी और डिप्रेशन में फर्क जानते हैं?

स्ट्रेस को आसान भाषा में टेंशन कह सकते हैं. जब आप स्ट्रेस में होते हैं तो अक्सर आपका दिमाग निगेटिव इमोशंस की ओर भागता है. 

स्ट्रेस

किसी घटना या विचार के कारण आपको तनाव हो सकता है, ज्यादातर स्थितियों में ये अपने आप ही ठीक हो जाता है. 

 एंग्जाइटी को चिंता विकार के रूप में जाना जाता है. एंग्जाइटी की स्थिति में अक्सर व्यक्ति को घबराहट या बेचैनी महसूस होती है. 

एंग्जाइटी

एंग्जाइटी में व्यक्ति को किसी भी चीज का डर इस कदर सताने लगता है कि व्यक्ति के दिल की धड़कन तेज हो जाती है, उसे पसीना आने लगता है. 

एंग्जाइटी की समस्या क्षणिक होती है हालांकि, कुछ स्थितियों में इसके दीर्घकालिक दुष्प्रभाव भी हो सकते हैं.

डिप्रेशन या अवसाद मानसिक स्वास्थ्य की गंभीर समस्याओं में से एक है. 

डिप्रेशन

जो व्यक्ति डिप्रेशन का शिकार होता है, उसके मन में अक्सर निगेटिव विचार आते रहते हैं. 

डिप्रेशन इस हद तक व्यक्ति के जीवन को प्रभावित करता है कि उसके सोचने और समझने की क्षमता पर भी इसका असर पड़ने लगता है. 

अगर डिप्रेशन को सही समय रहते नहीं ठीक किया जाए तो व्यक्ति आत्महत्या जैसे विचारों से खुद को घेरने लगता है.