ज‍ब हार मानने लगे थे अभ‍िषेक बच्चन, बेटी आराध्या ने की अनजाने में 'मदद'

18 नवंबर 2024

क्रेडिट: इंस्टाग्राम

बॉलीवुड एक्टर अभिषेक बच्चन को पिछले कुछ समय से लोगों की तरफ से खूब तारीफें मिल रही हैं. उन्होंने पिछले कुछ प्रोजेक्ट्स में अच्छा काम किया है जिसके बारे में लोग काफी बातें कर रहे हैं.

'बेटी आराध्या ने किया इंस्पायर'

एक समय था जब अभिषेक लाख कोशिशों के बावजूद भी लोगों की नजरों में उभर नहीं पाते थे. उनके काम को वो वाह वाही नहीं मिला करती थी जिसके वो हकदार हुआ करते थे.

अभिषेक इन दिनों डायरेक्टर शूजित सिरकार के साथ अपने आने वाली फिल्म 'आई वांट टू टॉक' के प्रमोशन में जुटे हैं. इस बीच उन्होंने फिल्म को लेकर कई सारी बातें की और अपने किरदार के बारे में भी बताया.

बातचीत के दौरान अभिषेक ने अपनी बेटी आराध्या के बारे में भी बात की. उन्होंने एक किस्सा सुनाया जिसमें उन्होंने बताया कि कैसे उनकी बेटी ने उन्हें जीवन में आगे बढ़ते रहने के लिए प्रेरित किया.

अभिषेक ने बताया, 'आराध्या जब छोटी थी, तब वो एक किताब पढ़ रही थी जिसकी एक लाइन मेरे दिमाग में बैठ गई थी. किताब में जो किरदार था वो मदद को दुनिया का सबसे साहस भरा शब्द बताता है.'

'क्योंकि मदद मांगने का मतलब ये दर्शाता है कि आप बिना रुके आगे बढ़ना चाहते हैं और सभी चुनौतियों से सिर ऊंचा रखकर लड़ना चाहते हैं. इसका मतलब है कि आप हार मानने को तैयार नहीं है.'

'मैं वो सब करूंगा जो मुझे आगे बढ़ते रहने के लिए मदद करेगा', अभिषेक ने अंत में कहा. उन्होंने अपने फिल्म के किरदार अर्जुन के बारे में कहा, 'मेरा किरदार भी फिल्म में मदद मांगने से नहीं पीछे हटता.'

अभिषेक ने आगे कहा, 'वो हॉस्पिटल जाने से नहीं डर रहा है. वो हार मानने को तैयार नहीं है. कोई इंसान जिसने किसी चीज को बार-बार लगातार किया है, और वो उसमें ही लगा हुआ है.'

'उसके लिए 31 साल के बाद बहुत हो गया है अब और नहीं करना कह देना आसान है. लेकिन वो ऐसा नहीं है. वो हार नहीं मान रहा है और यही वजह उसे साहसी बनाती है.'

बात करें फिल्म 'आई वांट टू टॉक' की तो ये फिल्म 22 नवंबर को थिएटर्स में रिलीज हो चुकी है. फिल्म में अभिषेक के अलावा जॉनी लीवर और अहिल्या बामरू भी शामिल हैं.