23 जुलाई 2024
फोटो सोर्स: इंस्टाग्राम
संजय लीला भंसाली की फिल्मों और सीरीज 'हीरामंडी' के गानों को दर्शक खूब पसंद करते हैं. इन गानों के पीछे एक ही चेहरा है जो डायरेक्टर संग पिछले 12 सालों से काम कर रहा है.
भंसाली के बड़े प्रोजेक्ट्स के फेमस गानों के पीछे कोई और नहीं बल्कि ए एम तुराज साहब हैं. तुराज एक कवि और गीतकार हैं, जो सालों से इंडस्ट्री का हिस्सा हैं.
'रामलीला', 'गुजारिश', 'पद्मावत' संग भंसाली की कई फिल्मों के गानों को तुराज ने लिखा है. लेकिन उन्हें सितारों से इसके लिए कोई वाहवाही नहीं मिली. इसे लेकर उन्होंने आजतक से बातचीत की.
आजतक संग एक्सक्लूसिव बातचीत में तुराज से पूछा गया कि रणवीर सिंह, दीपिका पादुकोण, ऐश्वर्या राय और सोनाक्षी सिन्हा जैसे सितारों के लिए उन्होंने गाने लिखे हैं, क्या उनसे कभी गीतकार को तारीफ मिली है?
गीतकार ने कहा, 'मैंने तो कभी किसी को बोलते सुना नहीं है. पर्सनली भी किसी ने मुझसे कोई ऐसी बात नहीं की. कोई मिला भी है मुझसे तो. अभी वही है कि मुझे लगता है कि लोग जल्दी में हैं.'
'और बहुत इनसिक्योर हैं मेरे ख्याल से. शायद उन्हें लगता होगा कि मैंने किसी का नाम ले दिया तो हमारी समझदारी में हर्फ आ जाएगा या हमारे बढ़पन में कोई कमी आ जाएगी. शायद ऐसा लगता होगा.'
'वरना तो ऐसा होना नहीं चाहिए. कोई कमी आनी नहीं चाहिए. लेकिन वो नहीं मानते. शायद वो फिल्म को बड़ा मानते हों. जबकि मैं सबको बता दूं कि फिल्म जो है वो, आपकी जो फिल्म हिट होती है, 350-400 करोड़ का बिजनेस करती है.'
'उसे तब जाकर एक करोड़ लोग देखते हैं. और उसे इसी हिंदुस्तान में, ये मैं नहीं कह रहा ये आंकड़े हैं कि इसी हिंदुस्तान में 50 से 60 करोड़ लोग गाने सुनते हैं. तो गाना बहुत बड़ा है फिल्म से.'
'लेकिन फिल्म का एक बनाया हुआ है फेस बहुत बड़ा. ठीक है एक्टर एक बहुत बड़ा फिल्म का फेस होता है और फिल्म की बहुत बड़ी फीस दी जाती है उसको, तामझाम होता है. वो नजरों में आता है.'
'चलिए अच्छी बात है. लेकिन उस एक्टर को इतना बढ़पन दिखाना चाहिए कि जो लोग आपके लिए क्रिएट कर रहे हैं... क्योंकि इससे उनका नुकसान नहीं हो रहा, उनका तो जो हो रहा है, वो हो ही रहा है.'
'लेकिन इससे बड़े चेहरों का नुकसान हो रहा है. जब लोग दब जाते हैं तो अच्छा क्रिएशन नहीं कर पाते. क्योंकि क्रिएशन जो है वो सिर्फ और सिर्फ कॉन्फिडेन्स का नाम है.'
अंत में तुराज ने कहा, 'तो अगर उसमें आपको रिस्पेक्ट और सुविधाएं नहीं मिल रहीं तो वो क्रिएशन अच्छा नहीं हो पाता है. तो जब क्रिएशन अच्छा नहीं होगा, तो वो फिल्मएन औंधे मुंह हर हफ्ते बॉक्स ऑफिस पर गिरेंगी.'