14 नवंबर 2024
क्रेडिट: इंस्टाग्राम
डायरेक्टर अनीस बज्मी बॉलीवुड में इस समय हर जगह छाए हुए हैं. उनकी हाल ही में आई फिल्म भूल भुलैया 3 ने बॉक्स ऑफिस पर गदर मचाया हुआ है.
फिल्म लोगों को काफी पसंद आ रही है जिसे देखकर डायरेक्टर बेहद खुश है और अपनी फिल्म की सक्सेस को भी एन्जॉय कर रहे हैं.
हाल ही में अनीस बज्मी ने एक इंटरव्यू में फिल्म से जुड़ी कई सारी बातें की और साथ ही अपने बचपन के मुश्किलों से भरे दिनों को भी याद किया.
अनीस ने बताया, 'हम सात से आठ लोग एक साधारण से कमरे में रहते थे, जिसकी वजह से हम सभी एक दूसरे के बेहद करीब भी हैं क्योंकि तब हमारे पास बिल्कुल जगह नहीं होती थी.'
'हमारे पास इतनी जगह भी नहीं होती थी कि आप एक करवट बदल सकें.' अनीस ने आगे बताया, 'जब मैंने काम करना शुरू किया था, तब मैं छोटे-छोटे काम किया करता था.'
'शत्रुघन सिंहा के साथ एक छोटे बच्चे का किरदार निभाने से पहले मैं एक जूनियर आर्टिस्ट था. उस समय मुझे अपना घर चलाने के लिए पैसों की जरूरत थी. मेरी रोज की तनख्वाह 15 रुपए थी.'
अनीस ने आगे कहा, 'बाद में जो आदमी मुझे पैसे देता था उसने उसमें से 2 रुपए घटा दिए और मुझे 13 रुपए मिले, उस दिन के बाद से 13 मेरा लकी नंबर बन गया.'
'फिर कुछ सालों बाद मुझे जूनियर आर्टिस्ट का काम मिलना बंद हुआ. फिर मैंने साउंड डिजाइनिंग का काम करना शुरू किया जिसके लिए मुझे 5 रुपए मिलते थे.'
अनीस ने इसी बीच बताया कि एक बार उनको कुछ चोरों ने लूटने की कोशिश की जिसमें वो उन चोरों से मार खा गए थे. अनीस ने कहा, 'मुंबई के मालवानी नगर में जो गलियां होती थीं वो बड़ी सूनसान हुआ करती थीं.'
'मुझे एक बार कुछ चोरों ने चाकू की नोक पर लूटने की कोशिश की थी. वो मुझे मारने लगे क्योंकि मेरे पास पैसे नहीं थे. मेरे पास कुछ ऐसा था ही नहीं जो वो मुझसे लूट सकें तो उन्होंने मुझे मारना शुरू किया.'
'वो कुछ पांच या छह लोग थे, मैंने वापसी जवाब देने की कोशिश नहीं की थी क्योंकि मुझे नहीं लगा था कि वो सही और सुरक्षित होगा.'
आज अनीस बज्मी भले ही एक कामयाब डायरेक्टर हैं, लेकिन एक वक्त उन्होंने ऐसा भी देखा होगा इसकी किसी ने भी कल्पना नहीं की होगी.