11 March 2024
Credit:Divya Dutta
दिव्या दत्ता ने फिल्मी दुनिया में एक बड़ा मुकाम हासिल किया है. लेकिन यहां तक पहुंचने की उनकी जर्नी बिल्कुल भी आसान नहीं रही.
लल्लनटॉप को दिए लेटेस्ट इंटरव्यू में दिव्या दत्ता ने बताया कि उन्हें कई बार रिजेक्शन का सामना करना पड़ा है. करियर के शुरुआत में उन्हें फिल्म से भी निकाला गया.
रिजेक्शन पर बात करते हुए एक्ट्रेस बोलीं- धीरे-धीरे मैंने ये सीखा है कि इंडस्ट्री में आपको रिजेक्शन फेस करने पड़ते हैं. आपको फिल्म से भी निकाल दिया जाता है.
हम अक्सर नेपोटिज्म के बारे में बात करते हैं. लेकिन मुझे लगता है कि आउटसाइडर्स में भी फेवरेटिज्म होता है.
ये सिर्फ फिल्मों में ही नहीं होता, बल्कि हर जगह होता है. आज भी मुझे लगता है कि जो मैं डिजर्व करती थी, वो किसी और को कैसे मिल गया.
दिव्या दत्ता ने आगे कहा- जिंदगी आपको रिजेक्शन झेलना सिखा देती है. जब मैंने कोई फिल्म साइन नहीं की थी, तब मैं हर प्रोड्यूसर के ऑफिस जाकर काम मांगती थी.
ये वो वक्त था, जब मल्टीस्टारर फिल्में बन रही थीं, तो उस समय अपॉर्चुनिटी थी. लेकिन मुझे इस बात का एहसास ही नहीं था कि मैं टिपिकल ग्लैमरस हीरोइन के फ्रेम में फिट नहीं होती हूं.
एक दिन मुझे लगा कि मैंने 22 फिल्में साइन की हैं. कोई ना नहीं बोल रहा था. लेकिन बाद में मुझे पता चला कि इनमें से सिर्फ 2 ही फिल्में रिलीज हुईं और उनमें मैं हीरोइन नहीं थी.
दिव्या ने बताया कि उन्हें करियर के शुरुआत में काफी ओब्जेक्टिफाई किया गया. एक्ट्रेस बोलीं- मुझे कई फिल्मों से बाहर किया गया.
एक फिल्म के लिए तो मैं सेट पर पहुंच गई थी और मुझे वहां से वापस भेज दिया गया. मुझे कह गया कि मैंने बहुत ज्यादा वेट कम कर लिया है. मैं बहुत इरिटेट फील कर रही थी. मुझे एहसास हुआ कि इस बिजनेस मैं इंसानियत होती ही नहीं है.
मुझे याद है एक बार मैंने अपनी मां से कहा था कि अगर मैंने वो फिल्म शाहरुख खान के साथ कर ली होती तो मैं एक बड़ी सुपरस्टार होती. मां ने कहा कि वो लोग खुद तुम्हारे साथ काम करने आएंगे और फिर ऐसा हुआ भी.