8 OCT
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शाहरुख खान और गौरी की शादी को 33 साल बीत गए हैं. दोनों हिंदू और मुस्लिम फेस्टिवल्स को साथ में धूमधाम से मनाते हैं.
दोनों एक-दूसरे की आस्था का पूरा ख्याल रखते हैं. लेकिन इस इंटरफेथ मैरिज के लिए पेरेंट्स को मनाने में गौरी को पापड़ बेलने पड़े थे.
शुरूआत में गौरी के पेरेंट्स इस शादी को लेकर असमंजस में थे. गौरी ने अबू जानी और संदीप खोसला के शो 'फर्स्ट लेडीज' में इस पर खुलकर बात की थी.
गौरी ने कहा था- हम शाहरुख का नाम बदलकर अभिनव रख देते. मेरे पेरेंट्स को लगता हिंदू लड़का है. लेकिन ये बहुत ही बचकानी चीज होती.
शादी के वक्त गौरी की फैमिली के कई लोगों को डर था कहीं शाहरुख उनकी बेटी पर धर्म बदलने का प्रेशर ना डाले.
फरीदा जलाल को दिए इंटरव्यू में शाहरुख ने इस पर कहा था- मुझे याद है जब गौरी की ट्रैडिशनल फैमिली बैठी थी, सब फुसफुसा रहे थे- लड़का मुस्लिम है. ये गौरी का नाम बदलेगा? गौरी मुस्लिम बनेगी?
मैंने तब मजाक में कहा था- गौरी, तुम अपना बुर्का पहनो, चलो नमाज पढ़ते हैं. पूरी फैमिली हमें घूरने लगी, सोचने लगे मैंने पहले ही गौरी का धर्म बदल दिया है.
मैंने चिढ़ाते हुए कहा- अभी से गौरी बुर्का पहनेगी. उसका नया नाम आएशा होगा. वहीं कॉफी विद करण के पहले सीजन में गौरी ने धर्म ना बदलने पर रिएक्ट किया था.
उन्होंने कहा था- मैं शाहरुख के धर्म का सम्मान करती हूं. लेकिन इसका ये मतलब नहीं मैं अपना धर्म बदलूंगी. हर किसी को अपनी आस्था को फॉलो करना चाहिए.
शाहरुख ने कभी मेरे धर्म का अपमान नहीं किया. गौरी ने बताया था उनके बच्चे दोनों धर्मों का सम्मान करते हैं. दीवाली हो या ईद सब फॉलो करते हैं.