15 AUG
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बॉलीवुड एक्टर जॉन अब्राहम धर्म में विश्वास नहीं रखते हैं. इतना ही नहीं जो लोग भरोसा करते हैं उनसे उन्हें जलन भी होती है, ऐसा उन्होंने खुद कहा है.
जॉन अब्राहम खुद को नास्तिक बताते हैं. धर्म को लेकर उनकी सोच थोड़ी अलग है. उन्हें ये कई हद तक बेतुका लगता है.
TRS से बातचीत में जॉन बोले- मुझे उन लोगों से जलन होती है जो आस्था रखते हैं क्योंकि आस्था पहाड़ों को भी हिला सकती है. आस्था, विश्वास, ये बहुत बड़ी चीजें हैं.
मेरे लिए धर्म यही है. ईसाई, मुस्लिम, हिंदू, यहूदी, बौद्ध, जैन, सिख, आप जो भी हों, आस्था सबसे जरूरी चीज है. मेरे लिए सबसे बड़ा भगवान आस्था ही है.
मैं साइंस को मानता हूं इसलिए मैं एक साइंटिफिक इंसान हूं. अगर कोई एजुकेटेड अप्रोच अपनाता है तो ये बहस करना मुश्किल होगा कि ईश्वर है या नहीं.
मैं ये नहीं कह रहा हूं कि कोई भगवान नहीं है. लेकिन जो कोई ईश्वर में विश्वास करता है, वो अपने विश्वास के कारण करता है. ये विश्वास ही है जो लोगों को प्रेरित करता है.
जॉन ने आगे कहा- मैं किसी के खिलाफ नहीं जाना चाहता क्योंकि मैं लोगों का और उनके धर्मों का सम्मान करता हूं. लेकिन जब किसी धर्म में बेवजह की कस्टम लाई जाती हैं...
जैसे कुछ रीति-रिवाज और परंपराएं जिन्हें देखकर आप सोच में पड़ जाते हैं कि- क्यों? आखिर हो क्या रहा है? तो मुझे ये बेतुका लगता है.
जॉन ने बोले कि मैं लोगों की धार्मिक आस्था पर कोई कमेंट नहीं करूंगा. मैं बस इतना कहूंगा कि समझदारी से काम लें.
जॉन की 15 अगस्त को वेदा रिलीज हुई है. देशभक्ति से चूर इस फिल्म में एक्टर कोर्ट मार्शल किए गए आर्मी ऑफिसर की भूमिका निभा रहे हैं.