जॉनी लीवर की हंसी के पीछे छ‍िपा दर्द, जब रेल की पटरी पर गए जान देने

15 FEB 2024

Credit: Instagram

हमेशा हंसने हंसाने वाले जॉनी लीवर ने अपनी लाइफ में काफी मुश्किलें झेलीं. एक वक्त ऐसा था जब उन्होंने सुसाइड की कोशिश की थी.

जॉनी का खुलासा

Ranveer Allahbadia के पॉडकास्ट में एक्टर ने अपने मुश्किल फेज के बारे में बताया. कैसे उनकी कमाई से घर की रोजी रोटी चलती थी.

वो कहते हैं- मैं काम करता था तो घर में खाना बनता था. मेरे पिता शराब पीते थे, उन्हें पता नहीं रहता था क्या कर रहे हैं. वो काम पर भी नहीं जाते थे.

एक्टर ने बताया उन्हें डर लगता था उनके पिता बाहर जाकर जिंदा घर आएंगे भी या नहीं. पिता के हथियार (रामपुरी चाकू) उन्होंने कई बार फेंके थे. वो दादागिरी करते थे.

जॉनी के मुताबिक, पिता की इन हरकतों से वो काफी परेशान हो गए थे. फिर 13 साल की उम्र में वो आपा खो बैठे और अपनी जान देने की कोशिश करने लगे.

वो कहते हैं- मैं रेल की पटरी पर जान देने गया था. मैं अपने बाप से परेशान हो चुका था. मैं उनके साथ नहीं रहना चाहता था.

हम लोग रेल की पटरी से डरते नहीं थे. वहां से कितनों को हम लोग उठाकर हॉस्पिटल ले जाते थे. मैं जान देने के लिए रेल की पटरी पर जा रहा था, सामने से ट्रेन आ रही थी.

तभी अचानक मुझे मेरी 3 बहनें दिखाई दीं, जो कह रही थीं हमारा क्या होगा. मैं पटरी से उतरा और ट्रेन चली गई. मैं काफी अपसेट था बहनों के बारे में सोचकर.

तब मैंने एक गाना सुना 'मैं तो तुम संग नैन मिलाकर हार गई सजना'. ये लाइन मेरे दिल को लग गई. मेरी सारी टेंशन, गुस्सा कम हो गया.

तब मुझे पता चला म्यूजिक में इतनी ताकत है. मुझे म्यूजिक ने बचाया. जॉनी ने बताया उन्होंने कभी सुसाइड का किस्सा बहनों को नहीं बताया था.