17 SEPT
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फिल्म मेकर करण जौहर ने साल 2017 में सरोगेसी से बेटे यश और बेटी रूही का वेलकम किया था. वो अकेले ही दोनों की परवरिश कर रहे हैं.
लेकिन अकसर ही उनसे बच्चों की मां के बारे में पूछा जाता रहा है. करण ने सिंगल पैरेंट के दर्द और अकेलेपन, साथ ही उठने वाले सभी सवालों पर जवाब दिया है.
करण ने लेडी ऑफ फॉर्च्यून- जय मदान से बातचीत में बताया कि उनपर इस सभी बातों का कितना असर पड़ता है लेकिन वो कोशिश करते हैं कि वो कभी कुछ रिग्रेट ना करें.
करण ने कहा- मैं कोशिश करता हूं किसी की परवाह ना करूं. बहुत लोगों ने मुझे बहुत सी सलाह दी थी. जब मैंने सरोगेसी से बच्चा करने का सोचा तो सब चौंक गए थे.
क्या तुम श्योर हो? लोग क्या कहेंगे? समाज क्या कहेगा? लेकिन मैंने किसी की परवाह नहीं की. क्योंकि मेरे पास मेरी मां (हीरू जौहर) का आशीर्वाद है.
मेरी मां इतनी सपोर्टिव हैं. उन्होंने तुरंत कहा था तुम्हें बिना शादी-पार्टनर के अपना बच्चा चाहिए, तो क्या गलत है. बिल्कुल करो. लेकिन सोच समझकर क्योंकि ये बड़ी रिस्पॉन्सिबिलिटी है.
करण ने आगे कहा- किसी को अपने सामने बड़े होते देखना और अपनी खुद की पर्सनैलिटी को बनाते देखना, एक बहुत बड़ी बात है.
करण ने इससे पहले फे डिसूजा को दिए इंटरव्यू में भी बताया था कि वो एक आधे रिलेशनशिप में रहे थे. 40 तक उन्होंने लाइफ पार्टनर की खोज की, लेकिन 50 का होते ही वो सर्च खत्म हो गई.
करण जौहर ने कुछ कुछ होता है, कभी खुशी कभी गम, रॉकी और रानी की प्रेम कहानी जैसी कई सुपरहिट फिल्में डायरेक्ट की हैं.