बी आर चोपड़ा के निर्देशन में बनी 'महाभारत' तो आप सभी को याद ही होगी. इसमें जिस किरदार ने सबसे ज्यादा लाइमलाइट बटोरी थी वो था शकुनी मामा.
'महाभारत' के शकुनी मामा याद हैं?
शकुनी मामा का रोल गूफी पेंटल ने अदा किया था. रातोरात एक्टर करोड़ों लोगों की पसंद बन गए थे.
अपने किरदार को जिस अंदाज में इन्होंने पोट्रे किया, वह वाकई में काबिले-तारीफ था. खासकर इनकी वॉक.
'महाभारत' में गूफी, 'शकुनी मामा' के रोल में लंगड़ाकर चले थे. उनके लिए शुरुआती दिनों में तो यह करना मुश्किल रहा, पर धीरे-धीरे वह इसके आदी हो गए थे.
पर क्या आप जानते हैं कि गूफी आखिर क्यों सीरियल में लंगड़ाकर चले थे? आपको बता दें कि खुद एक्टर गूफी का यह आइडिया था कि वह लंगड़ाकर चलेंगे.
इसका आइडिया उन्होंने बी आर चोपड़ा और राही मासूम रजा को दिया था. इसके साथ ही वजह भी बताई थी.
दोनों इसके लिए तैयार हो गए थे. गूफी ने एक इंटरव्यू में कहा था कि मेरे दादा जी ने कहा कि जो इंसान बुरा होता है, भगवान उसे फिजिकल डिफेक्ट दे देता है.
"ऐसे में क्योंकि शकुनी मामा का रोल काफी निगेटिव था तो लंगड़ाकर चलना, उसमें एक अलग एंगल डालता जो बाद में सही साबित भी हुआ."
बता दें कि गूफी पेंटल का असली नाम सरबजीत सिंह पेंटल था. इनका जन्म 4 अक्टूबर 1944 में पंजाब में हुआ था.
गूफी पेशे से एक्टर और डायरेक्टर थे. इनके करियर का बेस्ट रोल 'महाभारत' में शकुनी मामा का रहा था.
इस रोल के चलते गूफी घर-घर में पहचाने गए. पर इससे पहले एक्टर फिल्मों में एक्टिव रहे थे.
साल 1975 में गूफी ने फिल्म 'रफू चक्कर' से डेब्यू किया था. इसमें इन्होंने सलीम का रोल अदा किया था.
फिर 1986 में इन्होंने टीवी की दुनिया में कदम रखा. साल 2022 में इन्हें आखिरी बार स्टार भारत के सीरियल 'जय कन्हैया लाल की' में देखा गया था.