13 Nov 2024
Credit: Manoj Bajpayee
एक्टर मनोज बाजपेयी ने अपने दम पर फिल्म इंडस्ट्री में पैर जमाए. सक्सेस टेस्ट करने से पहले इन्होंने काफी मुश्किलों का सामना किया.
आज से पहले कई इंटरव्यूज में मनोज अपने स्ट्रगल के बारे में बता चुके हैं. लेकिन इस बार उन्होंने एक नई चीज बताई है. मुंबई में किस तरह वो खाने के तरसे हैं, इसके बारे में बताया है.
मिंट को दिए इंटरव्यू में मनोज ने बताया कि आज भी जब मैं अपने पुराने दिनों को याद करता हूं तो इमोशनल हो जाता हूं. मैं दिल्ली के मुखर्जी नगर में रहता था.
"वहां बरसाती में रहने का आराम यही था कि वो सस्ती मिलती थी. गर्मियों में बहुत गरम हो जाती थी और सर्दियों में वहां बहुत ठंड लगती थी."
"दिल्ली में मैं खुद को बिजी रखता था. थिएटर मुझे पैसा नहीं देता था पर बिजी रखता था. 18 घंटे काम करते थे हम. मैं कभी भूखे पेट नहीं सोया, दोस्तों का इस बात के लिए मैं शुक्रिया अदा करता हूं."
"पर मुंबई में रहना मेरे लिए सबसे ज्यादा मुश्किल रहा. शारीरिक, मानसिक और इमोशनल तौर पर मैं अच्छा नहीं था. मैं एक स्टूडियो से दूसरे स्टूडियो जाता था."
"रहना वहां बहुत महंगा था और खाने का भी कुछ अता-पता नहीं रहता था. मैं पूरा दिन भूखा निकाल देता था. सोचता था कि प्रोडक्शन वाले बुलाएंगे, काम मिलेगा. लेकिन ऐसा नहीं होता था."
"फिर पेट भरने के लिए मैंने एक ट्रिक अपनाई. मैं प्रोडक्शन हाउस जाता था, जब लंच ब्रेक हो. मैं वहां जाकर एक जाने-माने चेहरे को देखता था, उससे बात करता था."
"बातों-बातों वही मुझे कह देता था कि चलो खाना खाते हुए बात करते हैं. इस तरह मैंने अपना पेट कई बार भरा है. कितनी बार प्रोडक्शन वाले ही मुझे भगा देते थे."