स्ट्रेस कम नहीं होता तो खुद को थप्पड़ मारते हैं नवाजुद्दीन, गांव क्यों जाते हैं सब छोड़कर?

18 JUNE 

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नवाजुद्दीन फिल्म इंडस्ट्री संजीदा एक्टर्स में से एक हैं. हर आम इंसान की तरह उन्हें भी तनाव होता है, लेकिन इसे दूर करने का उनका अलग तरीका है.

क्यों खुद को मारते हैं नवाज 

नवाज ने फिल्म कंपैनियन को दिए इंटरव्यू में बताया कि अपने गांव चले जाते हैं. वहां वक्त बिताते हैं और खुद को थप्पड़ मारते हैं. 

नवाज बोले- यहां शहरों में लोग क्या करते हैं जो मुंह पर है मन में कुछ अलग है. वहां गांव में क्या है जो मुंह पर है वही दिल में है.

आपसे गुस्सा है तो गुस्सा हो जाएंगे, लेकिन दिल में नहीं रखेंगे. कड़वाहट नहीं होती. यहां लोग बहुत अच्छे से बात करते हैं लेकिन मन में चल रहा होता है- अच्छा बेटा. 

गांव कस्बो में क्या है कि एक तो झूठ बोलना नहीं होता है. कम्पीटीशन नहीं है तो झूठ बोलना भी क्यों है. स्ट्रेस होता है तो मैं गांव जाता हूं.

नवाज बोले- मैं भी इंसान हूं कभी कभी हो जाता है. तो गांव जाता हूं या चंद दोस्त, बस हो जाता है दूर सारा स्ट्रेस. 

या ज्यादा ही हो जाए तो एक थप्पड़ लगाता हूं खुद को. क्या हो रहा है, ये क्या चक्कर है, सबकुछ तो दिया है भगवान ने, सब ठीक है कहकर लगाता हूं.

जो स्ट्रेस दे रहा है उसको नहीं दे सकते थप्पड़, पता चला और बड़ी मिल चीज मिल गई, उस स्ट्रेस के बदले में.

नवाजुद्दीन के वर्कफ्रंट की बात करें तो वो जल्द ही 'सैंधव' में दिखेंगे, इसकी शूटिंग पूरी हो चुकी है. वहीं 'सेक्शन 108' पर काम जारी है.