11 AUG
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फेमस डिजाइनर मसाबा गुप्ता मां बनने वाली हैं. लेकिन उन्हें अपनी बदलती जिंदगी और शरीर की चिंता सताने लगी है.
मसाबा ने बताया कि अकसर लोग उनसे नेगेटिव तरीके से कहते कि अब जिंदगी बदल जाएगी तुम्हारी, जो उन्हें अच्छा नहीं लगता.
मसाबा मानती हैं कि प्रेग्नेंसी का मतलब ही उस बदलाव को एक्सेप्ट करना है. उन्हें अपनी शरीर को लेकर फिक्र जरूर हुई, क्योंकि उन्होंने 3 साल उसपर काम किया है.
हार्पर्स बाजार को दिए इंटरव्यू में मसाबा बोलीं- पिछले साल नवंबर या दिसंबर में, मुझे अपने शरीर के पूरी तरह से बदल जाने की चिंता थी.
मैंने इसके लिए तीन साल से ज्यादा समय तक कड़ी मेहनत की थी, और मुझे यकीन था कि मैं पूरी तरह से बदल चुकी हूं. हालांकि, उसके बाद से मेरा नजरिया बदल गया है.
सच कहूं तो, मेरे लिए ये मायने रखता है कि मैं कैसी दिखती हूं. ये घमंड नहीं है, ये फिट रहने के बारे में है. मैं अपने पिता जैसे खेलते रहना चाहती हूं और एथलेटिक रहना चाहती हूं.
इसलिए, मैं परेशान थी, लेकिन जैसे-जैसे मेरा शरीर बदलने लगा, मुझे गर्व की एक अजीब सी भावना महसूस होने लगी. मैं खुद को देखती हूं और सोचती हूं- मुझे नहीं पता कि अब कॉमन क्या है.
सेल्फ केयर बहुत जरूरी है. अब खुद की देखभाल पहले से कहीं ज्यादा जरूरी हो गई है. विक्रम सेठ के 100 मंडलों और हनुमान चालीसा के ट्रांसलेशन से बहुत सुकून मिलता है.
मसाबा ने बताया कि वो उन लोगों से दूरी बना चुकी हैं जो उन्हें डीमोटिवेट करते हैं. वो जल्द ही अपना म्यूजिक एल्बम लॉन्च करने वाली हैं.